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CM भजनलाल शर्मा ने बताया हमेशा गमछा पहन कर चलने का राज़, सांगानेर से क्या है इसका कनेक्शन ?

CM ने कहा कि लोगों ने पूछा कि हम पहली साल में राइजिंग राजस्थान क्यों कर रहे हैं. हमने कहा इसलिए क्योंकि हमें दिखाना नहीं है करना है. हमारे बजट को लेकर भी कहा गया कि यह आखिरी साल का बजट है. हमने सबको बराबर हिस्सेदारी दी.  सभी विधानसभा क्षेत्रों का ध्यान रखा.

CM भजनलाल शर्मा ने बताया हमेशा गमछा पहन कर चलने का राज़, सांगानेर से क्या है इसका कनेक्शन ?

Jaipur News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शुक्रवार को आपने निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर में दीपावली स्नेह मिलन समारोह में पहुंचे. अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कियह त्यौहार ऐसा त्यौहार है जो सबके मन में उमंग, उल्लास और खुशी लेकर आता है. यह उल्लास का प्रतीक है. बच्चे, युवा, तरुण, महिलाएं, बुजुर्ग हों सबके मन में यह उल्लास लाता है.

क्योंकि वर्षा समाप्त होते ही सबसे बड़ा त्यौहार दिवाली का आता है. धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा, धनतेरस में लोगों से मिलने जुलने का अवसर मिलता है. हमारी संस्कृति के छोटे से छोटे त्यौहार का अपना कारण है. CM शर्मा ने कहा कि इस बार दिवाली दो दिनों की है. कुछ ने कल मनाया, कुछ आज मनाएंगे. कुछ ऐसे हैं जो दोनों दिन मनाएंगे ताकि लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहें. आज हमारी सरकार को दस महीने हुए हैं. दस महीने में परिवर्तन आपको दिख रहा होगा. इस काम में ईश्वर ने हमारी मदद की है. 

सीएम हाउस में नहीं सांगानेर में रखा कार्यक्रम

उन्होंने सांगानेर और गमछा की ज़िक्र करते हुए कहा कि मैं आपसे ही कह सकता हूं. मैंने आपसे पूछा था कि बताओ, मुझे यहां रहना है या राजस्थान की चिंता करनी है. अपने कहा कि आप राजस्थान की चिंता करो, बाहर देखना है तो वह भी देखो. इस बार भी मुझे कहा गया कि मैं सीएम हाउस में कार्यक्रम रखो. लेकिन मैने कहा नहीं, विधानसभा क्षेत्र में ही कार्यक्रम रखूंगा. सबसे मिलूंगा. 

''यह गमछा सांगानेर का है, गोविंद देव जी का है''

उन्होंने सांगानेरी गमछा का ज़िक्र करते हुए का कि आपके माध्यम से मुझे काफी ताकत मिलती है. लोग मुझसे पूछते हैं कि यह गमछा क्यों लेकर चलते हैं आप? मैं बताता हूं कि यह गमछा सांगानेर का है. गोविंद देव जी का है, मेरी पहचान है.

लोगों ने पूछा कि हम पहली साल में राइजिंग राजस्थान क्यों कर रहे हैं. हमने कहा इसलिए क्योंकि हमें दिखाना नहीं है करना है. हमारे बजट को लेकर भी कहा गया कि यह आखिरी साल का बजट है. हमने सबको बराबर हिस्सेदारी दी.  सभी विधानसभा क्षेत्रों का ध्यान रखा.

'हमने 60 हजार चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की वैकेंसी निकाली'

 हमने युवाओं से वादा किया है कि 1 लाख रोजगार देंगे. 2 साल का  कैलेंडर जारी कर दिया है. हमने 60 हजार चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की वैकेंसी निकाली है. मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वह वैकेंसी 10 महीने की है. इतने दिनों में अगर भर्ती हुई होती तो किसान मजदूर के बेटे बेटियों का भला हुआ होता. मैंने अधिकारियों से कहा कि सभी खाली पदों की डिटेल दीजिए. सभी खाली पदों पर भर्ती निकाली जाएगी.

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