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This Article is From Oct 10, 2023

दिल्ली क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए CM गहलोत के OSD लोकेश शर्मा, जानिए क्या है कारण

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फोन टैपिंग मामले में पूछताछ के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्य अधिकारी लोकेश शर्मा मंगलवार को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष पेश हुए.

दिल्ली क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए CM गहलोत के OSD लोकेश शर्मा, जानिए क्या है कारण

राजस्थान विधानसभा चुनाव की घोषणा के एक दिन बाद ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा मंगलवार को दिल्ली की रोहिणी क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए. उनसे दिल्ली क्राइम ब्रांच ने फोन टैपिंग मामले में पूछताछ की. मालूम हो कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्य अधिकारी- ओएसडी (Officer on Special Duty- OSD) लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) पर फोन टैपिंग का पुराना मामला चल रहा है. इस केस में शर्मा को चुनाव आचार संहिता लागू होने के तुरंत बाद सोमवार को अपराध शाखा से नोटिस मिला था.

ओएसडी लोकेश शर्मा से क्राइम ब्रांच में आज करीब 4 घंटे तक पूछताछ की गई और लोकेश शर्मा द्वारा ऑडियो जारी करने के स्रोत के बारे में पूछताछ की गई. क्राइम ब्रांच ने उन्हें 9  तारीख को नोटिस देकर आज 10 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया था.

पूछताछ के बाद लोकेश शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि क्राइम ब्रांच द्वारा उन्हें अब तक आठ बार नोटिस दिए गए हैं जिनमें से वह पांच बार क्राइम ब्रांच के सामने उपस्थित हुए हैं. तीन बार उपस्थित नहीं होने का उन्होंने कारण भी उन्होंने क्राइम ब्रांच को बताया है.

शर्मा ने बताया हर बार क्राइम ब्रांच द्वारा उनसे एक ही सवाल पूछा जा रहा है कि उनके स्रोत क्या हैं? जबकि मैंने उन्हें बता दिया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें ऑडियो-वीडियो मिले थे, और किसी चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार को गिराने की साजिश की बात होने के कारण से उन्होंने मीडिया में सर्कुलेट किया था. 

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री द्वारा उनके खिलाफ दी गई रिपोर्ट में उसमें उन्होंने इस बात को स्वीकार किया है कि उनकी आवाज गलत तरीके से रिकॉर्ड किया गया है. इससे यह तो साबित है कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री द्वारा किसी चुनी हुई लोकतांत्रिक तरीके से सरकार को गिराने की पैसों के बल पर साजिश की जा रही थी. ऐसे में उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए.


दिल्ली पुलिस ने जोधपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत के आधार पर 25 मार्च, 2021 को शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. शर्मा पर आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और गैरकानूनी तरीके से टेलीग्राफिक सिग्नल रिकार्ड (टेलीफोन पर बातचीत) करने के आरोप हैं.

शर्मा ने प्राथमिकी को रद्द करने की मांग करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था. अदालत ने तीन जून, 2021 को शर्मा के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी जो अब भी कायम है.

अदालत 11 अक्टूबर को अपराध शाखा के आवेदन पर सुनवाई करेगी, जिसमें शर्मा के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर रोक संबंधी अंतरिम आदेश को हटाने का अनुरोध किया गया है. शर्मा अब तक चार बार अपराध शाखा के सामने पेश हो चुके हैं.

शर्मा को हाल ही में राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के ‘‘सेंट्रल वॉर रूम'' का सह-अध्यक्ष बनाया गया था. शर्मा ने बीकानेर पश्चिम सीट से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से टिकट की मांग की है. बता दें कि इस साल मार्च में अपराध शाखा ने लोकेश शर्मा से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी. लोकेश को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है. इससे पहले भी वह कई अहम मामलों में सुर्खियों में रह चुके हैं.

यह भी पढ़ें: फोन टैपिंग मामले में CM गहलोत के OSD लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने किया तलब

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