Rajasthan News: इन दिनों उमस से परेशान लोग बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. एक तरफ तेज धूप और उसके साथ नमीं, इन दोनों के कॉकटेल ने लोगों की हालत खराब कर दी है. हवा में नमीं का आलम ये है कि हवा का असर कहीं महसूस नहीं होता. नमीं का लेवल बढ़कर 70 प्रतिशत के आसपास जा पहुंचा है. घुटन भरे वातावरण में लोग बरसात होने का इन्तेजार कर रहे हैं. हालांकि मौसम विभाग ने 20 जुलाई तक बारिश होने का अनुमान लगाया है. लेकिन इन दिनों उसके कई अनुमान बीकानेर इलाके के लिए फेल साबित हुए हैं. कल शाम तेज हवाओं का असर तो रहा, लेकिन उमस पर ये भी बेअसर रही. गुरुवार को देशनोक में काफी बारिश हुई, जिससे वहां के लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं किसानों के चेहरे भी खिल गए.
36 डिग्री पहुंचा तापमान
हालांकि नमीं और उमस को देखते हुए लोग रोजाना बारिश का इन्तेजार करते हैं, लेकिन बारिश के दर्शन अभी तक अधूरे ही हैं. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 20 जुलाई की रात के बाद बीकानेर सम्भाग में बारिश के आसार काफी बन रहे हैं. बीती रात पारा भी 31.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो बढ़कर 36 डिग्री पर पहुंच गया है. ये तापमान इन दिनों में आमतौर पर रहने वाले तापमान से ज्यादा है. हालांकि यहां के लोग 48 डिग्री तापमान में रहने के भी आदि हैं. लेकिन इस सीजन में इतना तापमान लोगों को दिक्कत दे रहा है. घुटन और पसीने वाली गर्मी लोगों को बेचैन कर रही है.
उमस में खुद का रखें खयाल
हवा में नमीं के बढ़ जाने से उमस का असर लोगों को परेशान कर रहा है. नमीं हवा में मौजूद आद्रता को दर्शाती है. जब हमारे शरीर से पसीना बहता है तो शरीर पसीना सुखाने के लिए हवा पर डिपेंड करता है. हवा लगने से शरीर ठन्डा हो जाता है. लेकिन इन दिनों ये एहसास लोगों को नहीं मिल रहा है.
हवा में नमीं ज्यादा होने की वजह से गर्मी और उमस का एहसास लगातार बना हुआ है. गर्मी और उमस के बढ़ जाने से थकन, खुजली और जिस्म में रेशे जैसी बीमारियाँ भी हो जाती हैं. अस्पतालों में इन बीमारियों के मरीज इन दिनों बढ़ जाते हैं. चिकित्सकों का कहना भी है कि इन दिनों में शरीर की सफाई पर खास ध्यान देना चाहिए.
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