Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन खरगे अक्सर अपने संबोधन में जुबान फिसलने और कुछ का कुछ कहने को लेकर मशहूर हैं. शनिवार को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव के लिए जयपुर में आयोजित रैली में एक बार उनकी जुबान फिसल गई, तो कांग्रेस को सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा.
कांग्रेस प्रमुख की जुबान फिसलने से पार्टी की हुई फजीहुत को बचाने के लिए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश सामने आए और खरगे के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने ‘‘गलती से'' अनुच्छेद 370 की जगह अनुच्छेद 371 का उल्लेख किया. हालांकि उन्होंने खरगे के बयान को सही ठहराने का भी दावा कर डाला.
खुद के गोल पोस्ट में गोल कर बैठे खरगे
जयपुर रैली में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे कांग्रेस प्रमुख खरगे ने अनुच्छेद 371 को रद्द कहने की बात कहकर अपने हो गोल पोस्ट में गोल कर बैठे. हाथों-हाथ लेते हुए खरगे पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत की अवधारणा को नहीं समझने के लिए विपक्षी दल की ‘‘इतालवी संस्कृति'' को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
‘एक्स' पर साझा किया खरगे के भाषण का वीडियो
केंद्रीय गृह मंत्री शाह और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर खरगे के भाषण का वीडियो साझा किया, जिसमें कांग्रेस प्रमुख ने अनुच्छेद 370 के बजाय गलती से अनुच्छेद 371 का भी गलत उल्लेख किया है.
खरगे का मतलब अनुच्छेद 371 नहीं, 370 है
भाजपा की आलोचना का जवाब देते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘आज जयपुर में अपने भाषण में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी ने गलती से कहा कि मोदी अनुच्छेद-371 को रद्द करने का श्रेय लेते हैं। उनका मतलब स्पष्ट रूप से अनुच्छेद 370 था.
कांग्रेस की सफाई, बोले, खरगे ने खोल दी भाजपा की पोल
जयराम रमेश ने कहा, ‘‘लेकिन सच्चाई यह है कि मोदी वास्तव में नगालैंड से संबंधित अनुच्छेद 371-ए, असम से संबंधित अनुच्छेद 371-बी, मणिपुर से संबंधित अनुच्छेद 371-सी, सिक्किम से संबंधित अनुच्छेद 371-एफ, मिजोरम से संबंधित अनुच्छेद 371-जी और और अरुणाचल प्रदेश से संबंधित अनुच्छेद 371-एच में बदलाव करना चाहते हैं.
अक्सर फिसल जाती है खऱगे की जुबान
दक्षिणी भारतीय राज्य से आने वाले कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन की जुबान कई बार फिसल जाती है. खासकर तब जब खरगे हिंदी में अपना भाषण देते हैं. कई बार खरगे ने तो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बात करते हुए उनकी जगह पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम ले लिया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनका मजाक उठाने वाले मीम्स की बाढ़ आ गई.
नॉर्थ-ईस्ट स्टेट से जुड़ा है अनुच्छेद 371
अनुच्छेद 371 और 371-ए से लेकर जे विशिष्ट राज्यों के लिए "विशेष प्रावधान" प्रदान करते हैं. अनुच्छेद 371 कुछ धार्मिक और सामाजिक समूहों को प्रतिनिधित्व देने के लिए और इन समूहों को राज्य और केंद्र सरकारों के हस्तक्षेप के बिना अपने मामलों पर स्वायत्तता का प्रयोग करने की अनुमति देते हैं.