Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर नेताओं का प्रचार प्रसार धमाकेदार तरीके से चल रहा है. अपने-अपने उम्मीदवारों को जीताने के लिए नेता अपने विरोधियों पर जमकर निशाना साध रहे हैं. वहीं, कई नेताओं के भाषण में विवादित बयान भी बोले जा रहे हैं. राजस्थान में विवादित बयान के दो ऐसे ही मामले सामने आए हैं. जिसमें बीजेपी के दो दिग्गज नेताओं ने कथित तौर पर अपने भाषण में विवादित बयान दे डाला. अब कांग्रेस इसे लेकर एक्शन के मूड में हैं और चुनाव आयोग के पास शिकायत की है.
दरअसल, हाल ही में बीजेपी के दो दिग्गज नेताओं का वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है. जिसमें वह विवादित बयान देते हुए दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि दोनों ही नेताओं ने पीएम मोदी को जीताने के लिए वोटरों पर दवाब डाल रहे हैं और विवादित बयान दे रहे हैं. इन नेताओं में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और पूर्व सांसद संतोष अहलावत का नाम शामिल है.
मदन दिलावर ने क्या दिया है बयान
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कोटा-बूंदी सीट के बीजेपी प्रत्याशी ओम बिरला की नामांकन में की गई सभा में कथित तौर पर कांग्रेस पर हमला बोलेत हुए कहा, कांग्रेस के राज में राम भक्तों की हत्या की गई. संतों को गोलियों से भूना गया. 500 साल से हमारे पूर्वज जी राम मंदिर का सपना देख रहे थे उसे सपने को पीएम मोदी ने पूरा किया है. मदन दिलावर ने कहा कि यदि कांग्रेस को एक भी वोट गया तो समझ लेना कि हमने रामभक्तों के हत्यारे को वोट दिया है. सभा में पहुंचे लोगों से दिलावर ने कहा कि क्या राम भक्तों की हत्या करने वालों को वोट देना चाहिए.
संतोष अहलावत ने क्या दिया था बयान
झुंझुनू के बीजेपी प्रत्याशी शुभकरण चौधरी के लिए प्रचार करते समय पूर्व सांसद संतोष अहलावत ने अपने बयान में कथित तौर पर कहा था कि, मैं एक वादा करती हूं. मेरे कार्यकर्ता को, मेरे मतदाता को, मेरे शुभचिंतक को, कोई माई का लाल किसी दफ्तर में बैठ कर सता नहीं पाएगा. उन्होंने सरकारी अधिकारियों को "खुला निमंत्रण" दिया कि "या तो व्यवहार करना सीखें या अपना बैग पैक करें.
BIG BREAKING 🚨 Rajasthan
— Ashish Singh (@AshishSinghKiJi) April 1, 2024
Any person who does not vote for Narendra Modi has no right to sit and work in any office of Surajgarh Assembly" - Former MP Santosh Ahlawat.#AprilFoolsDay #SaveDemocracy pic.twitter.com/AS6DyjoOaw
सतोष अहलावत ने कहा, मैं तुम्हें पांच साल तक सूरजगढ़ में घुसने नहीं दूंगी. यह बात सारे गांव में बता देना क्योंकि कल किसी ने मुझे सावधान किया था कि इस तरह की बातें न करें. मैं इसे फिर से दोहरा रही हूं. जो लोग नरेंद्र मोदी को वोट नहीं देते, उन्हें सूरजगढ़ विधानसभा सीट के सरकारी कार्यालय में बैठने और अपना काम करने का अधिकार नहीं है.
इन दोनों नेताओं के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वहीं अब इस मामले में कांग्रेस ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले में चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है.