Rajasthan News: राजस्थान में पेपर लीक और भर्ती परीक्षा में धांधली से जुड़े कई मामले उजागर हो चुके हैं. एसओजी समेत तमाम एजेंसियां परीक्षा के संबंध में जांच भी कर रही है. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सिपाही भर्ती परीक्षा में सामने आया है, जब अभ्यर्थी ने दस्तावेजों में हेरफेर करके नौकरी (Job) पाने की कोशिश की. इस अभ्यर्थी ने खुद की उम्र 9 साल कम बताई. आरोपी ने एग्जाम के सभी राउंड पास भी कर लिए, लेकिन अंतिम राउंड के दौरान उसकी गलती पकड़ में आ गई. फिर पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने जालसाजी की बात स्वीकार कर ली.
आरोपी ने 2021 में 10वीं और 2 साल बाद 12वीं बोर्ड की दी परीक्षा
दरअसल, नीमकाथाना क्षेत्र निवासी 31 वर्षीय हंसराज सिंह सिपाही की भर्ती परीक्षा में शामिल हुआ. आरोपी ने जाली जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनवाया. गलत दस्तावेज बनवाने के बाद साल 2021 में 10वीं की बोर्ड परीक्षा पास की और दो वर्ष तक इंतजार करने के बाद 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास की. इन दोनों परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने के बाद आरोपी ने राजस्थान सिपाही भर्ती परीक्षा-2023 उत्तीर्ण की. परीक्षा की चयन प्रक्रिया के एक राउंड को छोड़कर अन्य सभी राउंड पास कर लिए.
अंतिम राउंड में ऐसे पकड़ा गया आरोपी
बारां के पुलिस अधीक्षक राज कुमार चौधरी ने बताया कि आरोपी को भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि परीक्षा देने के लिए दस्तावेजों में अपनी उम्र नौ साल कम कर दी थी. पुलिस के मुताबिक मंगलवार 15 अक्टूबर को परीक्षा का आखिरी राउंड था. इस दौरान दस्तावेज सत्यापन और मेडिकल टेस्ट में ही हंसराज सिंह की उम्र के बारे में तथ्य सामने आ गए और उसकी जालसाजी का भंडाफोड़ हो गया.
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