Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में एक दिल छू लेने वाली घटना ने पुलिस की इंसानियत को सामने ला दिया. यहां के बारी सियातलाई गांव में दो जांबाज कांस्टेबलों ने अपनी जान की परवाह किए बिना एक महिला को मौत के मुंह से निकाल लिया. इस कहानी ने सबको प्रेरित किया है कि फर्ज और इंसानियत से बड़ा कुछ नहीं होता.
घटना का चौंकाने वाला मंजर
बुधवार की सुबह करीब 11 बजे गांव की एक महिला ने तेज बहती नहर में छलांग लगा दी. वह आत्महत्या करने की कोशिश में थी. आसपास के लोग हैरान रह गए. खबर मिलते ही कोतवाली थाने की पुलिस और कालिका पेट्रोलिंग टीम दौड़ी चली आई. हालात देखकर सबकी सांसें थम गईं क्योंकि नहर का पानी उफान पर था और गहराई भी काफी थी. अगर थोड़ी देर हो जाती तो महिला की जान चली जाती.
जांबाजों की तुरंत कार्रवाई
कालिका पेट्रोलिंग यूनिट के कांस्टेबल गंगा डामोर और कोतवाली थाने के कांस्टेबल दीपक लबाना ने बिना वक्त गंवाए फैसला लिया. उन्होंने न जूते उतारे न वर्दी निकाली. बस सीधे नहर में कूद पड़े. तेज धारा में तैरते हुए उन्होंने महिला को पकड़ा और बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला.
दोनों ने अपनी जान जोखिम में डालकर यह काम किया. महिला को फौरन पुलिस की गाड़ी से जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि वह मानसिक तनाव से गुजर रही है.
पुलिस अधिकारियों का बयान
कोतवाली थाने के अधिकारी बुधाराम बिशनोई ने बताया कि महिला की हालत गंभीर थी. अगर समय पर बचाव न होता तो बड़ा हादसा हो जाता. उन्होंने दोनों कांस्टेबलों की तारीफ की और कहा कि यह पुलिस की ड्यूटी का बेहतरीन उदाहरण है. जब गंगा डामोर और दीपक लबाना से बात की गई तो उन्होंने सादगी से कहा कि महिला की जान खतरे में देखकर हमने बिना सोचे अपना काम किया. यह हमारा फर्ज था.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई बहादुरी
इस रेस्क्यू का वीडियो अब सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. लोग इन पुलिसकर्मियों की हिम्मत सूझबूझ और समर्पण की खूब तारीफ कर रहे हैं. कई यूजर्स ने लिखा कि ऐसे जवान देश की शान हैं.
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