Alwar News: ऊपर तस्वीर में दिख रही दुल्हन के पिता 2010 में शहीद हो गए थे. पिता के जाने के बाद परिवार टूट सा गया था. लेकिन समय ने उस सदमे से निकालकर अब परिवार में खुशियां भर दी है. शहीद की बेटी की शादी हाल ही में संपन्न हुई. जिसकी तस्वीरें और वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. क्योंकि इस शादी में सीआरपीएफ के जवानों ने कुछ ऐसा जिसे देखकर आप भी इमोशनल हो जाएंगे. दरअसल यह वाकया है कि राजस्थान के अलवर जिले की. जहां के राजगढ़ उपखंड क्षेत्र के दुब्बी गांव में शहीद राकेश मीना की बेटी का विवाह 23 अप्रैल को सम्पन्न हुआ. इस शादी में केंद्रीय रिजर्व बल के अधिकारी आए और बेटी का कन्यादान किया.
शहीद की बेटी की 23 अप्रैल को हुई शादी
शहीद के चाचा रामप्रसाद पंच दुब्बी और सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश भाबला ने बताया कि शहीद राकेश मीना की चार बेटियां हैं. जिसमें सबसे बड़ी बेटी सारिका का विवाह नरेन्द्र मीना पुत्र मानसिंह कटहड्या कल्याणपुर कठूमर निवासी के साथ 23 अप्रैल को सम्पन्न हुआ. इस शादी में बड़े-बड़े अधिकारियों ने आकर शहीद की बेटी सारिका को आशीर्वाद दिया. केन्द्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स समूह केन्द्र अज़मेर से डीआईजी संजय के साथ दो कमांडेंट, इंस्पेक्टर, राजगढ़ पुलिस उपाधीक्षक मनिषा मीना और सीआरपीएफ बटालियन के जवान शहीद की बेटी सारिका की शादी में पहुंचकर वर वर वधू को आशीर्वाद दिया.
1.51 लाख रुपए भी बेटी को दिए
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने शहीद की बेटी की शादी में सीआरपीएफ कोष से 1.51 लाख की सहायता मैरिज प्रमाण पत्र भी दी, जो सारिका के खाते में डाले जाएंगे. केन्द्र समूह प्रथम अज़मेर बटालियन की तरफ़ से एसी मिक्सर इलेक्ट्रॉनिक चूल्हा अन्य सामान गिफ्ट भेंट किया और 21000 रुपए नगद कन्या देकर बिटिया को आशीर्वाद दिया. बिटिया की शादी में हर व्यक्ति शहीद को नमन करके याद कर रहे थे खुशी के साथ शहीद की यादों में उदासीनता भी छाई हुई थी लेकिन जब सीआरपीएफ की बटालियन पहुंची तब सबके हौंसले बढ़ गए.
जवान बोले- वापस तो नहीं ला सकते लेकिन सुख-दुख में साथ रहेंगे
सीआरपीएफ के अधिकारी व जवानों कहा कहा हम आपके बेटे भाई व बिटिया के पिता को तो हम नहीं ला सकते. लेकिन आपके परिवार के हर सुख-दुख में आपके कंधे से कंधे मिलाकर रहेंगे. अमर शहीद राकेश की परछाई बनकर उनका डिपार्टमेंट परिवार हमेशा आपके साथ खड़ा रहेगा. राजगढ़ पुलिस उपाधीक्षक मनिषा मीना ने कहा कि राजस्थान पुलिस शहीद के परिवार के हमेशा सुख-दुःख में साथ हैं और रहेंगी. शहीद आपके परिवार का नहीं पूरे देश का बेटा है. देश के लिए शहीद होने वाले अमर शहीद के बच्चे पूरे देश के बच्चे हैं हम इनके हर सुख-दुख में साथ खड़े रहेंगे.
शहीद की बेटी को चुनरी तानकर स्टेज तक लाए जवान
सीआरपीएफ के जवान चुनरी तानकर बिटिया सारिका को स्वागत स्टेज़ पर लाए और सभी अधिकारियों ने जवानों ने व शादी में पधारे अतिथियों का स्वागत भी किया. साथ ही वर-वधू को आशीर्वाद भी दिया. दूसरे दिन बिटिया घर से विदा होने से पहले वर-वधू ने शहिद स्मारक पर आकर बिटिया ने अमर शहीद अपने पिता से दामाद ने अपने ससुर से आशीर्वाद लिया. उसके बाद समस्त ग्रामवासी रिश्तेदार व परिजनों ने बिटिया को विदाई करके ससुराल कटेड्या कल्याणपुर कठुमर भेजा.
सीआरपीएफ बटालियन शहीद की बेटी की शादी पहुंचने पर आम जनता फौज का उत्साहवर्धन करके सराहना कर रहे हैं. हजारों लोगों ने फेसबुक ट्विटर इंस्टाग्राम व्हाट्सएप ग्रुप यूट्यूब चैनल पर फोटो वीडियो डालकर अमर शहीद राकेश मीना की बिटिया को बधाई शुभकामनाएं दे रहे हैं. शहीद की बेटी की शादी में हजारों लोगों ने शिरकत की. यह शादी की पूरे क्षेत्र चर्चा हो रही है.
2010 में छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमले में शहीद हुए थे राकेश
मालूम हो कि दुब्बी निवासी राकेश मीना 20 दिसंबर 2004 को सीआरपीएफ की G कम्पनी 168 सिपाही बटालियन में भर्ती हुए थे. वो केन्द्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स G कम्पनी बिजापुर छत्तीसगढ़ में कार्यरत थे. 8 मई 2010 को सीआरपीएफ की गाड़ी पर नक्सलियों ने आरडीएक्स से हमला किया था, जिसमें राकेश मीना शहीद हो गए थे. राकेश की शहादत के 4 साल बाद सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान उनकी बेटी की शादी में पहुंचे और कन्यादान करते हुए सारिका की झोली खुशियों
से भर दी.
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