
Statue of martyr constable Bhup Singh of Delhi Police: दिल्ली पुलिस में सेवारत रहते हुए शहीद कांस्टेबल भूपसिंह की याद में बानसूर कस्बे में उनकी मूर्ति का अनावरण किया गया. इस समारोह में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पूर्व कैबिनेट मंत्री शकुंतला रावत मौजूद रही. कार्यक्रम की शुरुआत बानसूर के अंबेडकर सर्किल से हुई. सबसे पहले यहां डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इसके बाद पश्चात डीजे के साथ तिरंगा रैली कस्बे के मुख्य मार्गों से होते हुए शहीद स्मारक स्थल तक पहुंची. हालांकि इस दौरान बीजेपी नेताओं की अनुपस्थिति पर टीकाराम जूली भड़क गए.
बीजेपी नेताओं की गैर-मौजूदगी पर उठाए सवाल
इस दौरान ना तो बीजेपी का स्थानीय नेता मौजूद था और ना ही कोई पदाधिकारी. टीकाराम जूली ने सवाल खड़े करते हुए कहा, "कौन आता है और कौन नहीं आता, ये उनकी सोच का विषय है. लेकिन शहीद किसी दल या व्यक्ति का नहीं, पूरे देश का होता है."
नेता प्रतिपक्ष बोले- "जाना तो सबको ही है..."
टीकाराम जूली और शकुंतला रावत ने पुलिस जवान भूपसिंह के परिवार को साफा पहनाकर और वीरांगना शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. जूली ने भाषण में कहा कि जाना तो सबको है, लेकिन ऐसा जाना हो कि जब आप जाएं तो पूरा देश, समाज और क्षेत्र गर्व से आपके सम्मान में खड़ा हो.
कांग्रेस नेता का आरोप- आस्था की बात करने वाले ढहा रहे हैं मंदिर
उन्होंने कहा, “यह सरकार सर्कस सरकार बन चुकी है. मंदिरों के नाम पर वोट लिए जाते हैं. लेकिन बानसूर जैसे स्थानों पर रात्रि के समय देवी माता के मंदिरों को तोड़ा जा रहा है. एक ओर आस्था की बात करते हैं, दूसरी ओर पुलिस और वन विभाग द्वारा मंदिर ढहा दिया जाता है. 150 से अधिक ग्रामीणों पर केस दर्ज कर दिए जाते हैं." साथ ही उन्होंने IIFA अवार्ड्स पर खर्च को लेकर भी सरकार की प्राथमिकताओं पर भी सवाल उठाया.
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