Rajasthan News: जोधपुर से हरिद्वार जाने वाली ट्रेन लगातार रद्द हो रही है. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को सबसे ज्यादा अस्थि विसर्जन करने में परेशानी हो रही है. क्योंकि हरिद्वार ज्यादातर लोग अस्थि विसर्जन करने जाते हैं. ऐसे में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर से हरिद्वार जाने वाली एकमात्र ट्रेन के लगातार निरस्त होने का संज्ञान लिया है. शेखावत ने मंगलवार को इस संदर्भ में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की.
अश्विनी वैष्णव को जोधपुर से हरिद्वार जाने वाली ट्रेन के निरस्त होने संबंधी आमजन की परेशानियों से अवगत कराया और वैकल्पिक मार्ग से ट्रेन चलाने का आग्रह किया. ट्रेन के साथ-साथ रोडवेज की बसे भी हरिद्वार नहीं जा पा रही है. जिसके कारण से लोग अपने रिश्तेदारों की अस्थियां समय पर हरिद्वार में प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं.
25 दिनों से ट्रेन हो रही रद्द
दरअसल, पंजाब में किसान आंदोलन के चलते जोधपुर से हरिद्वार जाने वाली एकमात्र ट्रेन विगत 25 दिनों से बठिंडा तक चल रही है. इस ट्रेन से जोधपुर और आसपास के लोग अपने प्रियजनों की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए हरिद्वार जाते हैं. ट्रेन के लगातार निरस्त होने से आमजन बेहद परेशान है. वही रोडवेज की बसे भी हरिद्वार नही जा रही हैं. ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अस्थियों के लॉकर भरने लगे हैं
कई समाजों के श्मशानों में अस्थियों के लॉकर भरने लगे हैं. शेखावत ने रेल मंत्री को विशेष रूप से आमजन के प्रियजनों की हरिद्वार में पवित्र गंगा में अस्थियां विसर्जित नहीं कर पाने की दिक्कत से अवगत करवाया. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत ने डीआरएम, जोधपुर से भी बातचीत की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने डीआरएम से कहा कि दिल्ली में रेल ट्रैफिक अधिक है, लेकिन यहां की समस्या को देखते हुए जोधपुर से वाया दिल्ली ट्रेन के संचालन करने का मार्ग प्रशस्त किया जाए. पवित्र गंगा में अस्थियों के विसर्जन की उम्मीद लिए परिजन ट्रेन टिकट तो बुक करवा रहे हैं लेकिन लगातार ट्रेन के निरस्त होने से वह अपनों की अस्थियो को भी गंगा में प्रवाहित करने से वंचित हो रहे हैं.
किसान आंदोलन के चलते ट्रेन निरस्त होने के मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मामले में राहत दिलाने को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात भी की. उन्होंने वैकल्पिक रूट को लेकर आश्वासन भी दिया है कि जल्द जोधपुर से गंगा तक अस्थियों के विसर्जन में किसी प्रकार की ना तो रुकावट होगी ना ही देरी होगी.