Rajasthan News: राजस्थान में हाल में बच्चे के अपहरण के कई मामले सामने आए हैं. जिसके बार राजस्थान पुलिस काफी एक्टिव रह रही है. लेकिन इसके बावजूद कोटा (Kota) में एक हफ्ते पहले रेलवे स्टेशन से एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया. हालांकि, इस बारे में पुलिस को सीसीटीवी कैमरे से लीड मिली थी. जिसमें अपहरण करने वाला 4 साल के लविश को ले जाते दिखा था. अब उस बच्चे को पुलिस ने दस्तयाब किया है. इसके साथ ही पुलिस ने 10 साल पहले अपहृत बच्चा भी बरामद किया गया है. पुलिस ने अपहरण के खुलासे के साथ कई खुलासे किये हैं जिसमें पता चला है कि मदारी का खेल दिखाने वाले गैंग ने घटना को अंजाम दिया था.
प्रदेश के कोटा रेलवे स्टेशन से 5 में की रात को एक 4 वर्षीय बालक के गुम होने की सूचना कोटा जीआरपी थाने को दी जाती है. कोटा रेलवे स्टेशन पर रात के करीब 9:00 बजे 4 वर्षीय बालक अपने पिता के साथ फिरोजाबाद जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं इस दौरान ट्रेन छूट जाती है और पिता दूसरी ट्रेन की टिकट के लिए काउंटर पर जाता है और पीछे से बच्चा चोर गिरोह बच्चों को किडनैप करके ले जाते हैं.
कोटा से जयपुर और भोपाल तक खंगाले गए सीसीटीवी
इस मामले को लेकर राजस्थान पुलिस एक्टिव दिखी और जीआरपी एडीजी अनिल पालीवाल की मॉनिटरिंग में टीमों का गठन किया गया. वहीं कोटा से लेकर जयपुर और भोपाल तक के सीसीटीवी फुटेज खंगालती है हर एक कड़ी को जोड़ती हुई पुलिस अपराधियों तक पहुंचाने का प्रयास करती रही.
लविश को ढूंढने में मिला 10 साल पहले गंगापुर सिटी स्टेशन से अपहृत बच्चा
मामले में ADG अनिल पालीवाल ने बताया कि इस गैंग के गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में चार पुरुष सहित एक महिला शामिल है यह गैंग मदारी का खेल दिखाने का काम करती है शादी विवाह में काम भी करते हैं इस गैंग ने 5 मई कोटा रेलवे स्टेशन से 4 वर्षीय लविश का अपहरण किया था इसके बाद पुलिस इनके पीछे लगी. पुलिस की कड़ी मेहनत से अपहरण किए गए 4 वर्षीय बालक को दस्तयाब लिया गया है और इसी के साथ-साथ 10 साल पहले गंगापुर सिटी रेलवे स्टेशन से अपहरण किए गए बच्चे को भी दस्तयाब किया गया है अब उस बच्चों के परिजनों की पुलिस कानून प्रक्रिया के तहत पता लग रही है उसे भी उसके परिजनों को सौंपा जाएगा.
अपहरण कर बच्चे को बनाते थे जमूरा
इस मामले में अजमेर जीआरपी एसपी राम मूर्ति जोशी ने बताया कि अजमेर में इस गैंग ने 5 मई को बाइक चोरी की और उसके बाद कोटा पहुंचे वहां उन्होंने रात को 9:00 बजे रेलवे स्टेशन से एक बच्चे का अपहरण किया और यह गैंग इस तरह बच्चों को अपहरण करके मदारी के खेल में जमूरा बनाती थी, हमारी स्पेशल टीमों ने करीब 470 सीसीटीवी कैमरे और 800 किलोमीटर से ज्यादा इस गैंग का पीछा किया है जिसके बाद कुछ महत्वपूर्ण सुराग हमारे हाथ लगे और इस गैंग को फिर जयपुर के विद्याधर नगर इलाके मे तीन डेरो से गिरफ्तार किया गया जहां इनके पास कोटा में अपहरण किया गया बच्चा भी मिला और उसी के साथ-साथ 10 साल पहले गंगापुर सिटी रेलवे स्टेशन से अपहरण हुए बच्चों को भी दस्तयाब किया.
जीआरपी एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि अब इस गैंग से पूछताछ की जा रही है कि इससे पहले और कौन-कौन सी वारदात की गई है और उम्मीद है इस गैंग से और भी कई वारदातों के खुलासे होंगे.
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