Rajasthan News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एक दुखद घटना ने पूरे परिवार को झकझोर दिया. भाजपा पार्षद मोहनलाल नागदा के बेटे निपुण नागदा की कनाडा में अचानक मौत हो गई. 40 साल के निपुण पिछले 12 साल से कनाडा के एडमॉन्टन शहर में कंप्यूटर इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे.
उन्होंने वहां नागरिकता भी हासिल कर ली थी और अपना घर भी खरीद लिया था. मौत के 14 दिन बाद उनका शव रविवार को डूंगरपुर पहुंचा तो परिवार वाले फूट-फूटकर रोने लगे. घर का माहौल इतना गमगीन हो गया कि देखने वाले भी भावुक हो उठे.
बाथरूम में गिरने से रुकी दिल की धड़कन
निपुण नागदा जैन समुदाय से थे. 24 नवंबर को वे बैडमिंटन खेलकर घर लौटे थे. उसके बाद बाथरूम में अचानक गिर पड़े. इससे उनकी हृदय गति रुक गई और मौत हो गई. निपुण अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ कनाडा में खुशी से रह रहे थे. दोनों बच्चे वहां स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे.
इस घटना ने पत्नी और बच्चों को गहरे सदमे में डाल दिया. परिवार को जैसे ही खबर मिली वे टूट गए. मां तो बार-बार अपने बेटे को वापस लाने की गुहार लगा रही थीं.
शव लाने में भारत-कनाडा सरकार की मदद
मौत के बाद शव को भारत लाना आसान नहीं था. डूंगरपुर नगर परिषद के भाजपा पार्षद मोहनलाल नागदा ने बताया कि परिवार सदमे में डूबा हुआ था. उदयपुर के सांसद मन्नालाल रावत और राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने विदेश मंत्री को चिट्ठी लिखी. उन्होंने शव को जल्दी भारत लाने की अपील की.
इसके बाद भारत सरकार और कनाडा सरकार के बीच लगातार बातचीत हुई. आखिरकार रविवार दोपहर को निपुण का शव अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचा. वहां से एम्बुलेंस में इसे डूंगरपुर घर लाया गया.
घर पहुंचते ही मचा कोहराम, अंतिम संस्कार संपन्न
शव घर पहुंचते ही परिवार के लोग बिलख उठे. मां शव से लिपटकर रोने लगीं. पिता मोहनलाल और अन्य रिश्तेदार भी खुद को संभाल नहीं पाए. अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग घर आए.
हर कोई इस युवा इंजीनियर की मौत पर दुख जता रहा था. घर से शव यात्रा निकली जो गमगीन माहौल में श्मशान घाट पहुंची. वहां हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया.