Rajasthan News: राजस्थान के डूंगरपुर में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है. यह ठगी किसी साइबर फ्रॉर्ड और ऑनलाइन के जरिए नहीं. बल्कि एक दोस्त ने ही अपने दोस्त से नौकरी दिलाने के नाम पर ठग लिये. दोस्त अक्सर दोस्त के काम आता है और दोस्त पर ही सबसे ज्यादा भरोसा किया जाता है. लेकिन यहां दोस्त ने ही अपने दोस्त को 1.43 लाख का चूना लगा दिया. युवक को ICICI बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर की नौकरी दिलाने का वादा किया. फिर 10...20.. 25 हजार रुपये लेते रहे. जब मामला हाथ से निकल गया तो पीड़ित युवक ने पुलिस के पास मामला दर्ज कराया है. अब पुलिस मामले की जांच कर रही है.
क्या है मामला
ओबरी थानाधिकारी मीना कुमारी ने बताया कि खुर्शीत डामोर की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाया गया है. जिसमें बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के मथुरा का रहने वाला प्रमोद सोनी ने उसके साथ ठगी की है. खुर्शित ने बताया कि वर्ष 2019- 20 में वह मध्यवर्त इंस्टीट्यूट ऑफ एरोटिक सांगानेर जयपुर में पढ़ाई के लिए गया था. उसी इंस्टीट्यूट में आरोपी प्रमोद सोनी भी पढ़ाई करता था. दोनों की वहीं पर पहचान हुई. दोनों 5 महीने तक उसी इंस्टीट्यूट में साथ रहे. इस दौरान आरोपी प्रमोद सोनी उसे ये इंस्टीट्यूट सही नहीं है फर्जी है, यह कहते हुए इंस्टीट्यूट छोड़ने के लिए बोलता रहा. इस पर वह इंस्टीट्यूट छोड़कर पंचवटी कॉलेज सागवाड़ा में BSC की पढ़ाई करने लगा. लेकिन इस दौरान उसके दोस्त प्रमोद सोनी से फोन पर बातचीत होती रही. प्रमोद सोनी ने 3 नवंबर 2023 को खुर्शीत को मैसेज कर पूछा कि क्या कर रहे हो. इस पर उसने बताया कि बीएससी हो गई है. इसके बाद उसका मैसेज आया कि बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर की वेकेंसी आई है. इस पर आरोपी ने आईसीआईसीआई बैंक में अच्छी सैलरी मिलने का सुझाव दिया और उसके पास के ही बैंक में नौकरी दिलाने का झांसा दिया.
आरोपी ने उसे यह भी बताया कि इससे पहले 7 लोगों की उसने नौकरी लगाई है और ज्वाइनिंग लेटर दिखाए. आरोपी ने खुर्शीत के पापा से भी नौकरी को लेकर बात की. इसके बाद मार्कशीट, फोटो और सभी डॉक्यूमेंट के साथ फार्म के 8 हजार रुपए दिए. बाद में फोन कर 10 हजार रुपए मांगे. जिस पर उसने 2 हजार रुपए और गूगल पे किया. उसने नौकरी के लिए कुल 75 हजार रुपए मांगे. और सुझाव दिया कि पैसे लोन लेकर भर दिए जायेंगे.
शुरू हुआ ठगी का सिलसिला
इसके बाद प्रमोद ने पैसे लेने का सिलसिला शुरू किया. 12 नवंबर 2023 को केरेक्टर सर्टिफिकेट और मेडिकल सर्टिफिकेट अभी जमा करवाने को कहा, वहीं नहीं देने पर 10 हजार रुपए की मांग की. उसने 10 हजार रुपये और गूगल पे किया. 19 नवंबर को फिर से ऑफर लेटर के नाम पर 15 हजार रुपए दिए. इसके बाद घर के नजदीक बैंक में पोस्टिंग दिलाने के नाम पर 25 हजार रुपए, 20 नवंबर को NIMS फॉर्म भरने के लिए 9 हजार रुपए, ऑनलाइन फॉर्म जमा करने के नाम पर 2500 रुपए दिये. इस तरह आरोपियों ने अलग तरीके से झांसे में लिया और उसके 1 लाख 43 हजार 823 रुपए हड़प लिए.
वहीं जब ठगी का पता लगा तो उसने जमा लिए गए रुपए वापस देने के लिए कहा जिस पर प्रमोद सोनी ने पैसे लौटाने का भरोसा दिलाया. पैसे वापस दिलाने बेटे को मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से नौकरी नहीं कर सकता हूं. ऐसा लिखवाकर लाने के लिए कहा. रिफंड फार्म के साथ 2 हजार रुपए और देने का झांसा दिया. लेकिन इसके बाद भी आरोपी प्रमोद ने उसके रुपए वापस नहीं लौटाए. इस पर पीड़ित खुर्शित की ओर से ओबरी थाने के ठगी का केस दर्ज करवाया गया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
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