!["सरकारी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की अंग्रेजी कमजोर," गहलोत बोले- रोजगार पाने में हो रही परेशानी "सरकारी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की अंग्रेजी कमजोर," गहलोत बोले- रोजगार पाने में हो रही परेशानी](https://c.ndtvimg.com/2025-02/o0n0f1jo_ashok-gehlot-_625x300_12_February_25.jpg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार से महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को लेकर अपनी नीति स्पष्ट करने की मांग की है.गहलोत ने नीति आयोग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश के सरकारी विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की अंग्रेजी कमजोर है, जिससे उन्हें रोजगार पाने में परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इसी उद्देश्य से गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोले थे.
"स्कूल को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराया"
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वसुंधरा राजे सरकार ने केवल जिला मुख्यालयों पर विवेकानंद मॉडल इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले थे, लेकिन कांग्रेस सरकार ने उन्हें बंद करने के बजाय बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टाफ उपलब्ध कराया. इसके अलावा, अंग्रेजी मीडियम शिक्षा को और बढ़ावा देने के लिए महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल भी खोले गए.
नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार देश के सरकारी विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की अंग्रेजी कमजोर है जिससे उन्हें रोजगार पाने में परेशानी आ रही है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 12, 2025
विद्यार्थियों को स्कूल के लेवल पर ही अपनी मातृभाषा के साथ अंग्रेजी का भी अच्छा ज्ञान हो, इसे ध्यान में रखकर हमारी सरकार…
सीएम मनासरोवर महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल गए थे
गहलोत ने यह भी उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दो दिन पहले जयपुर के मानसरोवर स्थित महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल गए थे. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वहां के शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर और बच्चों की नॉलेज देखकर मुख्यमंत्री अब इन स्कूलों को बढ़ावा देने का मन बना चुके होंगे."
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