Dausa Borewell Accident: राजस्थान के दौसा जिले के कालीखाड़ गांव में बोरवेल में फंसे 5 साल के बच्चे आर्यन की मौत हो गई. वह तीन दिन तक बोरवेल में फंसा रहा. बुधवार रात करीब 11:45 बजे उसे 57 घंटे की कड़ी कोशिश के बाद बाहर निकाला गया. आर्यन को एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली एम्बुलेंस से तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. NDRF की टीम ने अम्ब्रेला, रिंग और रस्सी से बंधी रॉड का इस्तेमाल करके बच्चे को बाहर निकाला.
इस दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा आर्यन के परिजनों के साथ उनके घर में रोते हुए नजर आ रहे हैं. जगमोहन मीणा ने अभी कुछ दिन पहले दौसा सीट से उपचुनाव लड़ा था. हालांकि, उनको यहां हार का सामना करना पड़ा था.
जगमोहन मीणा पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान घटनास्थल पर रुके रहे. इससे पहले किरोड़ी लाल मीणा भी मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने एलान किया था कि इस ऑपरेशन के लिए विभाग ने 10 लाख रुपये दिए हैं. आर्यन को 57 घंटे बाद निकला जा सका, लेकिन उसकी मौत हो गई. किरोड़ी लाल मीणा ने लिखा, ''सारे प्रयासों के बाद भी बेटा आर्यन नहीं रहा, बहुत ही दु:खद. ईश्वर शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति!''
सारे प्रयासों के बाद भी बेटा आर्यन नहीं रहा, बहुत ही दु:खद!
— Dr. Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) December 12, 2024
ईश्वर शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति!
बोरवेल से निकालते समय आर्यन बेहोश था और तीन दिन से भूखा-प्यासा भी था. दौसा जिला अस्पताल के डॉक्टर दीपक शर्मा ने बताया कि बच्चे को अस्पताल लाकर ईसीजी और अन्य जांच की गईं, लेकिन वह पहले ही दम तोड़ चुका था. यह घटना गांव वालों और बचाव दल के लिए बेहद दुखद थी.