
Camera Controversy: विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष की तरफ कैमरे लगाने के मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया है कि अब इन कैमरों का एक्सेस बदला जा रहा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ऐसा जानकारी में आया है कि सरकार और स्पीकर द्वारा विपक्ष की जासूसी के उद्देश्य से लगाए गए CCTV कैमरों पर विपक्ष के मुखर विरोध के बाद इन कैमरों का एक्सेस बदलने और पुराने सबूत मिटाने का प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि विधानसभा में कई वर्षों से कैमरे लगे हुए हैं जिनका लाइव ब्रॉडकास्ट जनता के सामने मीडिया एवं यूट्यूब पर जाता है. इस पर किसी सदस्य को कोई आपत्ति नहीं है. परन्तु इस सत्र में विधानसभा में दो अतिरिक्त कैमरे लगाए गए जिनका लाइव ब्रॉडकास्ट किसी मीडिया चैनल या यूट्यूब चैनल पर न जाकर किसी व्यक्ति विशेष के पास जा रहा था.
''ऐसा क्या देख रहा था जिसे जनता को नहीं दिखाया जा सकता''
आखिर वो व्यक्ति विशेष कौन है और ऐसा क्या देख रहा था जिसे जनता को नहीं दिखाया जा सकता? क्या उसकी मंशा विपक्षी विधायकों की निजता एवं गोपनीयता भंग करने की थी?
कैमरे खरीदने में करप्शन का आरोप
जूली ने कहा, ''ऐसा भी लगता है कि इन दोनों कैमरों को न सिर्फ गोपनीयता भंग करने की नीयत से बल्कि बाजार मूल्य से भी अधिक कीमत पर खरीदा गया है क्योंकि तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि जिस टेंडर के आधार पर इन कैमरों की खरीद की गई है, उन स्पेसिफिकेशंस के कैमरे यहां पर हुई खरीद से कम कीमत पर बाजार में उपलब्ध हैं.''
उन्होंने आगे कहा, ''लोकतंत्र में ऐसा अलोकतांत्रिक कृत्य करने की सरकार की मंशा पर आज पूरे राजस्थान की जनता सवाल उठा रही है. हालांकि जवाब देना पड़ेगा कि वो जग्गा जासूस कौन था जो विपक्षी विधायकों की निजता एवं गोपनीयता को तार-तार करना चाहता था? क्या ये कैमरे किसी निहित स्वार्थ में बाजार मूल्य से अधिक कीमत पर खरीदे गए.''
डोटासरा बोले - कैमरों को लेकर महिला विधायक भी रखेंगी अपन बात
इससे पहले पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने कहा की इन कैमरों को लेकर कांग्रेस की महिला विधायक जल्द ही प्रेस के सामने अपनी बात रखेंगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा में महिला विधायकों की जासूसी क्यों हो रही है? इसको लेकर महिला विधायक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात सबके सामने कहेंगी. जब डोटासरा से उनके विधानसभा सत्र में शिरकत नहीं करने को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि विधानसभा में कैमरे लगाकर ऐसे काम किए जा रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि, 'मेरा मन नहीं माना कि, उसके सामने जाकर माननीय स्पीकर कहूं.'
पीसीसी चीफ ने विधायक गोपाल शर्मा के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि, बीजेपी का एक विधायक कांग्रेस के सदस्यों के लिए कहता है, कि जब विपक्ष के लोग सदन में धरने पर बैठे थे, तो कुकृत्य कर रहे थे. महिलाओं से पैर दबाने के लिए कह रहे थे. डोटासरा ने कहा कि इससे हल्का कुछ नहीं हो सकता और ऐसा लग रहा था जैसे उस विधायक को यह सब बोलने के लिए कहा गया हो.
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