
Anangpur village news: फरीदाबाद (हरियाणा) के अनंगपुर गांव में वन विभाग और नगर निगम की कार्रवाई के खिलाफ महापंचायत में राजस्थान से विजय बैंसला भी शामिल हुए. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति अध्यक्ष विजय बैंसला ने पंचायत को संबोधित करते हुए समाज के लिए मूलभूत सुविधाओं की मांग की. उन्होंने वनभूमि के नाम पर प्रताड़ना बताते हुए प्रशासन के रवैए का भी विरोध किया. इस महापंचायत में देशभर से हजारों लोग जुटे, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता, किसान संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए. उन्होंने कहा कि पूरे भारत का गुर्जर समुदाय, चाहे वो मुस्लिम गुर्जर हो या चाहे हिन्दू गुर्जर या सिख गुर्जर. जो जंगल, नदी ओर पहाड़ों के किनारे 200 वर्षों से घर बनाकर रह रहा है, उस भूमि को आबादी भूमि में तब्दील किया जाए.
मेरी कौम के लोग भी भारत के मूल नागरिक- बैंसला
बैंसला ने कहा, "जहां गुर्जर खेती कर रहा है, उसको कास्तकारी भूमि में तब्दील किया जाए और इन्हें वनभूमि के नाम पर प्रताड़ित न किया जाए. अंग्रेज ओर मुगलों से लड़ाई लड़ने वाली मेरी कौम के लोग भी भारत के मूल नागरिक हैं, इनको भी मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए. आजाद भारत के 78 साल बाद भी इनके लिए ना बिजली है और ना पानी."
जानिए किस बात को लेकर है विरोध
अनंगपुर संघर्ष समिति का कहना है, "अनंगपुर एक ऐतिहासिक गांव है, जो 1200 साल से अधिक पुराना है और इसे वन क्षेत्र के नाम पर उजाड़ना अन्याय है. सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में ग्रामीणों के घरों को तोड़ रही है, जबकि गांववासी सदियों से यहां रह रहे हैं."