
त्योहारों के सीजन में मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हिंडोली टोल नाके पर 3 हजार किलो मावा जब्त किया. निजी बस कोटा से बूंदी होते हुए जयपुर की तरफ जा रही थी. हिंडोली नाके पर स्वास्थ्य विभाग ने नाकेबंदी की हुई थी. मुखबिर की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बस की तलाशी ली तो मावा निकला. यह कार्रवाई खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय की निदेशक टी. शुभमंगला के निर्देशन में हुई. जिला कलक्टर अक्षय गोदारा के आदेश और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ओ.पी सामर के नेतृत्व में कार्रवाई की गई.
4 अक्टूबर से चल रहा अभियान
डॉ. ओ.पी सामर ने बताया कि शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान 4 अक्टूबर से लगातार चलाया जा रहा है. इसी क्रम में विभागीय दल ने हिंडोली टोल नाके पर दिल्ली से कोटा जा रही बस को रोककर जांच की. जांच के दौरान बस की डिग्गी में रखे 58 थैलों में लगभग 3000 किलो मावा पाया गया. बस चालक से बिल और बिल्टी मांगे जाने पर उसने एक सादा कागज प्रस्तुत किया, जिस पर केवल कोड लिखे थे. कट्टों पर संदीप, श्रीराम नमकीन, एन.के आदि नाम अंकित थे.
मावे को कोल्ड स्टोरेज में रखवाया
पूछताछ में ड्राइवर मावे के वास्तविक मालिक की जानकारी नहीं दे सका. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देश पर सभी मावा जब्त कर कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखवाया. डॉ. सामर ने बताया कि संबंधित खाद्य कारोबारी अपने फूड लाइसेंस और आधार कार्ड की प्रति प्रस्तुत कर नियमानुसार फूड सैंपलिंग करवा सकते हैं. जांच रिपोर्ट के बाद ही माल वापस किया जाएगा. ट्रैवल्स संचालक को भी बिना बिल और जानकारी के खाद्य सामग्री परिवहन करने पर नोटिस जारी किया गया है.
एक दिन पहले भी हुई थी कार्रवाई
शनिवार को भी विभाग की टीम ने बूंदी में छापेमारी कर 130 किलो पुरानी मिठाइयां जब्त कर नष्ट की थीं. हिंडोली में निरीक्षण के दौरान विभागीय टीम को सबसे बड़ी कार्रवाई डेयरी एवं बेकरी पर करनी पड़ी. यहां टीम को बड़ी मात्रा में पुरानी मिठाइयां मिलीं, जिन्हें उपभोग योग्य नहीं माना गया. विभाग ने मौके पर ही 130 किलो मिठाइयाँ जब्त कर नष्ट करवाईं. इनमें 70 किलो गुलाब जामुन, 30 किलो रसगुल्ले और 30 किलो मिल्क केक शामिल थे.
दुकानदार को नोटिस जारी किया
टीम ने मिठाइयों को मौके पर नष्ट करवाने के साथ प्रतिष्ठान के संचालक को धारा 32 के तहत नोटिस भी जारी किया. विभागीय अधिकारियों के अनुसार, हर साल त्यौहारी सीजन में मिठाई, दूध, पनीर और घी की मांग में अचानक बढ़ोतरी होती है. इस दौरान कुछ असामाजिक तत्व मुनाफा कमाने के लिए मिलावट कर जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हैं. इसलिए शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है.
खाद्य कारोबारियों को चेतावनी और अपील
डॉ. सामर ने सभी खाद्य कारोबारियों को निर्देश दिए हैं कि वे केवल शुद्ध और स्वच्छ खाद्य पदार्थों का विक्रय करें. अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने उपभोक्ताओं से भी अपील की कि वे मिठाई, दूध, घी आदि खरीदते समय निर्माण तिथि, गुणवत्ता और ताजगी अवश्य जांचें. किसी भी संदिग्ध उत्पाद की सूचना तुरंत खाद्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर दी जा सकती है.
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