विज्ञापन

'लंगड़ी टांग' में विदेशी पीछे, नागौर की पिंकू बनी विजेता; पुष्कर पशु मेला और देसी रंगों की रौनक चरम पर

पुष्कर मेले का मुख्य आकर्षण रहा ऊंट श्रृंगार और ऊंट नृत्य प्रतियोगिता. ऊंट पालकों ने अपने ऊंटों को रंग-बिरंगे वस्त्र, गहनों और गोरबंध से सजा कर मंच पर कैटवॉक कराया. श्रृंगार प्रतियोगिता में सीकर के मांगीलाल पहले, चावडिया के अशोक सिंह दूसरे और गुमान सिंह तीसरे स्थान पर रहे.

'लंगड़ी टांग' में विदेशी पीछे, नागौर की पिंकू बनी विजेता; पुष्कर पशु मेला और देसी रंगों की रौनक चरम पर
पुष्कर मेले से आई तस्वीर

Pushkar Fair 2025: विश्वविख्यात पुष्कर पशु मेला इन दिनों अपने पूरे शबाब पर है. नए मेला मैदान में जहां ऊंट, घोड़े, भैंसों और गायों की खरीद-फरोख्त का दौर जारी है, वहीं पुराने मेला मैदान में देसी खेल, पशु प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आकर्षक संगम देखने को मिल रहा है. विदेशी पर्यटक पारंपरिक खेलों में भाग लेकर देसी अंदाज़ में रंगे नजर आ रहे हैं. वहीं श्रद्धालु सरोवर में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं. धार्मिक मेला 2 नवंबर से औपचारिक रूप से शुरू होगा, लेकिन अभी से पुष्कर की रौनक अपने चरम पर है.

आज मेला मैदान में आयोजित लंगड़ी टांग दौड़ प्रतियोगिता ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. इस प्रतियोगिता में कुल 11 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें तीन देसी और आठ विदेशी युवतियां शामिल थीं. रेतीले मैदान में एक टांग पर संतुलन बनाए रखना विदेशी प्रतिभागियों के लिए मुश्किल साबित हुआ. कई प्रतिभागी रास्ते में गिर पड़ीं, जबकि देसी युवतियों ने शानदार प्रदर्शन किया. अंततः नागौर की पिंकू ने पहला स्थान हासिल किया, वहीं पुष्कर की प्रगति दूसरे स्थान पर रही.

सतोलिया और गिल्ली-डंडा में देसी खिलाड़ियों का जलवा

लंगड़ी टांग के बाद सतोलिया और गिल्ली-डंडा जैसे पारंपरिक खेलों का रोमांच देखने लायक था. देशी और विदेशी टीमों में 7-7 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. खेल से पहले आयोजकों ने विदेशी प्रतिभागियों को खेल के नियम समझाए और डेमो भी कराया. खेल के दौरान देसी खिलाड़ियों ने अपनी फुर्ती और अनुभव से विदेशी खिलाड़ियों को पछाड़ दिया. भले ही विदेशी टीमें मैच हार गईं, लेकिन उनके उत्साह और आनंद ने मेला मैदान में जोश भर दिया. दर्शक तालियों से खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते रहे.

ऊंट श्रृंगार और कैमल डांस ने बढ़ाई मेले की शान

पुष्कर मेले का मुख्य आकर्षण रहा ऊंट श्रृंगार और ऊंट नृत्य प्रतियोगिता. ऊंट पालकों ने अपने ऊंटों को रंग-बिरंगे वस्त्र, गहनों और गोरबंध से सजा कर मंच पर कैटवॉक कराया. श्रृंगार प्रतियोगिता में सीकर के मांगीलाल पहले, चावडिया के अशोक सिंह दूसरे और गुमान सिंह तीसरे स्थान पर रहे. वहीं ऊंट नृत्य प्रतियोगिता में ढोल की थाप पर ऊंटों ने कमाल का नृत्य किया. नेकी राम (झुंझुनू), शीशपाल (सीकर) और कपिल (झुंझुनू) ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान जीता. ऊंटों की अद्भुत प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और विदेशी सैलानी कैमरों में हर पल कैद करते नजर आए.

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close