Girls Defense Academy: राजस्थान के बीकानेर जिले में गर्ल्स डिफेंस एकेडमी की स्थापना होगी. इस बात की घोषणा बुधवार को कलकत्ता दौरे पर गए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने की. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के कलकत्ता दौरे के दौरान ही बीकानेर में गर्ल्स डिफेंस एकेडमी के लिए 100 करोड़ के निवेश का MoU साइन हुआ. मालूम हो कि भारत-पाकिस्तान सीमा से सटा बीकानेर सैन्य बलों का बड़ा ठिकाना है. यहां पहले से ही महाजन फायरिंग रेंज, मिलिट्री बेस कैंप, एयरफोर्स स्टेशन, एयरफोर्स का अपना एयरपोर्ट भी मौजूद है. अब यहां गर्ल्स डिफेंस एकेडमी बनने से सेना में जाने वाली लड़कियों की ट्रेनिंग भी यहां मिलेगी.
उल्लेखनीय हो कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर इन दिनों कलकत्ता दौरे पर हैं. यहां वे प्रवासी राजस्थानियों एवं उद्योगपतियों से मिल रहे हैं. उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे हैं. अब शिक्षा विभाग को बड़ी सफलता मिली है.
श्री राम नारायण राठी चैरिटेबल ट्रस्ट देगा 100 करोड़
राज्य में छात्रा सैन्य अकादमी के लिए श्री राम नारायण राठी चैरिटेबल ट्रस्ट ने शिक्षा विभाग को सौ करोड़ रुपए देने का फैसला किया है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने और ट्रस्ट के अध्यक्ष पूनम चंद राठी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए.
प्रदेश में अच्छे सैन्य स्कूल खोलने की जरूरतः दिलावर
इस मौके पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राजस्थान शूरवीरों की भूमि है यहां के युवा देशभक्ति के लिए मर मिटने का जज्बा रखते हैं और सेना में अधिक से अधिक संख्या में भर्ती होते हैं. प्रदेश में अच्छे सैन्य स्कूल खोलने की आवश्यकता है.
हर संभाग मुख्यालय में सैनिक स्कूल खोलने का निर्देश
मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का निर्देश है कि प्रदेश के सभी संभागों में सैनिक स्कूल खोले जाए. हम मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप हर संभाग मुख्यालय पर सैनिक स्कूल खोलना चाहते हैं तथा वैदिक ज्ञान देने के लिए वैदिक पाठशालाओं की स्थापना करना चाहते हैं.
भामाशाहों से सहयोग की उम्मीद
मंत्री ने यह भी कहा कि हमारी बहनें सेना में जाकर अपनी योग्यता,शौर्य और साहस का अतुलनीय परिचय दे रही हैं. ऐसे में यदि छात्रा सैनिक स्कूल खोले जाए तो हर गांव की बहन बेटी को सेना में जाकर दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने और अपनी देशभक्ति को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा. सैनिक अकादमी खोलने में हमे भामाशाहों और दानदाताओं का सहयोग चाहिए.
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