जैसलमेर के किसानों को सीएम अशोक गहलोत ने एक बड़ी सौगात दी है. खुशखबरी यह है कि जिले के किसानों को अब रबी की फ़सल के साथ साथ खरीफ की फ़सल में भी पर्याप्त पानी मिलेगा. आमतौर पर गर्मी के मौसम में धूलभरी आंधियां चलने से नहरें रेत से भर जाती हैं, किसानों की इस समस्या से निजात के लिए सीएम गहलोत ने बजट में नहर से सिल्ट निकालने के लिए 3.59 करोड़ रुपए की घोषणा की थी, उसे अब स्वीकृति मिल गई है. इससे अब नहर विभाग द्वारा 9 जेसीबी मशीनें खरीदी जाएंगी, जिससे नहर से रेत आसानी से निकाली जा सकेंगी.
साल भर काम पर सकेंगी जेसीबी मशीनें
गर्मी के मौसम में चलने वाली आंधियों से नहरों में जमा रेत को जेसीबी मशीनों की मदद आसानी से निकाला जाएगा. इससे किसानों के खेतों तक पानी आसानी से पहुंच पाएगा. बता दें, हर साल नहर विभाग द्वारा ही करीब 4 करोड़ रुपए की लागत से नहरों से सिल्ट निकालने का काम करती है, लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद जेसीबी मशीनों से यह काम अब साल भर जारी रहेगा. इससे हर साल आने वाले खर्च में भी राहत मिल जाएगी.
नहर विभाग के खर्चों में आएगी कमी
नहर विभाग हर साल करीब 4 करोड़ रुपए खर्च कर नहरों की सफाई करवाता है. ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा 3.59 करोड़ रुपए की बजट घोषणा को मिली स्वीकृति के बाद 9 नई जेसीबी मशीनों की खरीद की जाएगी. यह मशीनें बिना किसी टेंडर के ही अपना काम करते हुए नहरों से सिल्ट निकालने का काम करेगी. इससे रेत से पटी नहरों की सफाई विभाग के स्तर से होगा. ऐसे में हर साल 4 करोड़ रुपए खर्च करने वाले नहर विभाग के भी खर्चे में कमी आएगी. हर साल बरसाती मौसम में पानी के साथ रेत बहकर नहरों में जम जाती थी. इसके चलते एकाएक पानी छोड़ने से कई बार नहरों को नुकसान भी पहुंच जाता था.
किसानों को मिलेगी राहत
IGNP के अधीक्षण अभियंता आर.सी. मीणा ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा बजट घोषणा में 3.59 करोड़ रुपए की घोषणा की गई थी. स्वीकृत राशि से 9 नई जेसीबी मशीनों की खरीद की जाएगी. आमतौर पर टेंडर होने के बाद ही सिल्ट निकालने का काम होता था, लेकिन अब जेसीबी मशीनों की मदद से नहर विभाग बिना टेंडर का इंतजार किए कभी भी सिल्ट निकालने का काम कर सकता हैं. यानी अब सिल्ट के कारण नहरों में पानी नहीं रुकेगा, जिससे किसानों को राहत मिलेगी.
ये भी पढ़ें-Rajasthan News: नकली बीजों से नरमा और कपास की फसल बर्बाद, किसान मुआवजे की कर रहे मांग