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पुलिस चौकी में फांसी लगाने वाले कांस्टेबल का सुसाइड नोट आया सामने, 3 सीनियर अधिकारियों पर संगीन आरोप

जयपुर के भांकरोटा थाने के हेड कांस्टेबल बाबूलाल ने गुरुवार को पुलिस चौकी में फांसी से लटककर सुसाइड कर लिया. घटनास्थल से पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. जिसमें पुलिस के तीन अधिकारियों का नाम शामिल है.

पुलिस चौकी में फांसी लगाने वाले कांस्टेबल का सुसाइड नोट आया सामने, 3 सीनियर अधिकारियों पर संगीन आरोप
मृतक पुलिस कांस्टेबल बाबूलाल की फाइल फोटो.

Jaipur Police Constable Suicide Case: राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक पुलिस हेड कांस्टेबल का सुसाइड का मामला सामने आया है. भांकरोटा थाने के हेड कांस्टेबल बाबूलाल ने गुरुवार (22 अगस्त) को सुसाइड कर लिया. बाबूलाल ने मुकंदरपुरा रोड पुलिस चौकी में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड किया. हेड कांस्टेबल का सुसाइड नोट मिला है. जिसमें बाबूलाल ने पुलिस के तीन अधिकारियों के साथ-साथ एक यूट्यूबर पत्रकार पर संगीन आरोप लगाए है. अब पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर मामले की छानबीन में जुटी है. 

'सुसाइड नोट में CBI जांच की मांग' 

जानकारी के अनुसार हेड कांस्टेबल ने मुख्यमंत्री और डीजीपी से उसे सुसाइड के लिए उकसाने वाले तीन पुलिस के अधिकारी और एक युट्यूबर के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है.  जिसके आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. घटना की सूचना पर डीसीपी वेस्ट अमित कुमार भी मौके पर पहुंच गए हैं. डीसीपी वेस्ट अमित कुमार खुद मामले की जांच कर रहे हैं.

कांस्टेबल के सुसाइट नोट में किन पुलिस अधिकारियों का नाम

हेड कॉन्स्टेबल के पास से मिले सुसाइड नोट में 3 FIR का जिक्र है. इसमें 3 पुलिस अधिकारी और एक पत्रकार का नाम लिखा है. हेड कॉन्स्टेबल ने सुसाइड नोट के 6 पेज में एडिशनल डीसीपी वेस्ट हेड क्वार्टर जगदीश व्यास, एसीपी अनिल शर्मा, एसआई आशुतोष और पत्रकार कमल देगड़ा का नाम लिखा है. कांस्टेबल ने अपनी मौत का जिम्मेदार इन लोगों को बताया है. साथ ही मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. 

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गलत तरीके से फंसाया गया जमीनी मामले में 

सुसाइड नोट में कांस्टेबल ने लिखा कि एक जमीन विवाद में तत्कालीन एसएचओ, एक एएसआई और बाबूलाल को सस्पेंड कर दिया गया था. उस मामले में बाबूलाल अब बहाल हो गया था. हालांकि उस मामले की अभी जांच चल रही है. हेड कांस्टेबल ने अपने सुसाइड लेटर में लिखा है कि उसे इस मामले में गलत तरीके से जांच कर फंसाया गया था.

उसने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की है. बाबूलाल भारकरोटा थाने के मालखाने का इंचार्ज था. घटना की सूचना पर डीसीपी वेस्ट अमित कुमार भी मौके पर पहुंच गए हैं. डीसीपी वेस्ट अमित कुमार खुद मामले की जांच कर रहे हैं. 

बेटे ने कहा- पिता की हत्या हुई, आरोपियों की गिरफ्तारी के बिना नहीं होगा पोस्टमार्टम

दूसरी ओर गुरुवार शाम सुसाइड करने वाले भांकरोटा थाने के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के बेटे ने कहा- मेरे पिता की हत्या हुई है और जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा. कांस्टेबल की खुदकुशी और उसके सुसाइट नोट को लेकर तरह-तरह की चर्चा चल रही है.  

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार उठाए सवाल

मामले में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा-राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल बाबूलाल जी बैरवा की भांकरोटा पुलिस चौकी में आत्महत्या की ख़बर दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है. ईश्वर यह असहनीय दु:ख उनके परिवार को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.

टीकाराम जूली ने आगे लिखा बाबूलाल जी ने मुख्यमंत्री के नाम सुसाइड नोट में आला अधिकारियों समेत कई लोगों पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाए हैं. मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें एवं परिवार को न्याय मिले. पर्ची सरकार ने प्रदेश के हालात ऐसे बना दिए हैं की पुलिस ही पुलिस से परेशान है इससे बड़ी फेल सरकार और क्या हो सकती है.
 

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