देशभर में कोचिंग सिटी के नाम से प्रसिद्ध कोटा के चार बड़े रिहायशी इलाके बारूद के ढेर पर थे. सुरक्षा के मापदंडों को दरकिनार करते हुए आतिशबाजी का अवैध कारोबार करने वालों ने हजारों कार्टन विस्फोटक गोदाम में अवैध रूप से जमा कर रखे थे. दीपावली से पहले कोटा और आसपास के इलाकों में बेचने के लिए यह सामग्री तैयार की जा रही थी.
क्राइम ब्रांच जयपुर को जब इसकी सूचना मिली तो कोटा पुलिस की मदद से बड़ी कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में अवैध आतिशबाजी और आतिशबाजी के निर्माण में काम आने वाला विस्फोटक बरामद किया गया है. पुलिस ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. अरविंद अग्रवाल और प्रहलाद अग्रवाल नाम के दोनों आरोपी आतिशबाजी के अवैध कारोबार में शामिल हैं.
क्राइम ब्रांच की कार्रवाई
पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हजारों की संख्या में अवैध विस्फोटक के कार्टन बरामद किए हैं. इनकी कीमत करोड़ों रुपए में आंकी जा रही है. पुलिस ने गुमानपुरा में दो जगह, अनंतपुरा, तलवंडी और बोरखेड़ा इलाके में छापेमारी कर यह कार्रवाई की.
मध्य प्रदेश में भी कर रहे थे सप्लाई
सीआईडी सीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि यह कार्रवाई क्राइम ब्रांच के एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में की गई है. उन्होंने बताया कि हमें सूचना थी कि करोड़ों रुपए की अवैध आतिशबाजी का कारोबार चलाया जा रहा है. इनके पास किसी तरह का कोई लाइसेंस नहीं है. ये लोग मध्यप्रदेश के अलावा हाड़ौती के चारों जिलों, टोंक व सवाईमाधोपुर में भी अवैध आतिशबाजी की सप्लाई कर रहे थे. यह पूरा काम परिवार के सदस्यों द्वारा किया जा रहा था.
बारूद के ढेर पर था रिहायशी इलाका
डीएसपी हर्षराज सिंह खरेड़ा ने बताया कि आरोपियों ने शहर में बड़े-बड़े गोदामों में बड़ी मात्रा में अवैध विस्फोटक सामग्री जमा कर रखी है. यहां पर आगजनी और नुकसान से बचने के लिए भी कोई उपाय नहीं किया गया था. जिन इलाकों में यह विस्फोटक सामान रखा था, वहां आसपास भी घनी आबादी का इलाका है.
पुलिस की कार्रवाई सराहनीय
पुलिस की इस कार्रवाई को कई लोगों ने सराहनीय बताया है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई से शहरवासियों की जान को बचाने में मदद मिलेगी. साथ ही, अवैध आतिशबाजी के कारोबार पर भी अंकुश लगेगा.