विज्ञापन
This Article is From Dec 02, 2023

राजस्थान में दिव्यांग वोटरों ने भी जमकर की वोटिंग, 2018 के मुकाबले 4 गुना बढ़ा आंकड़ा, नतीजे कल

इस बार के विधानसभा चुनाव में दिव्यांग जनों ने पिछली बार से लगभग चार गुना अधिक मतदान करके लोकतंत्र के इस महापर्व पर अपनी मजबूत भागीदारी सुनिश्चित की. निर्वाचन विभाग द्वारा इस बार दिव्यांग जनों के लिए विशेष इंतेजाम भी किया गया था.

राजस्थान में दिव्यांग वोटरों ने भी जमकर की वोटिंग, 2018 के मुकाबले 4 गुना बढ़ा आंकड़ा, नतीजे कल
दिव्यांग मतदाता को बूथ तक ले जाते सुरक्षाकर्मी

Rajasthan Disabled Voters: विधानसभा चुनाव-2023 में राज्य के दिव्यांग मतदाताओं द्वारा 76.16 प्रतिशत मतदान किया गया, जो विधानसभा चुनाव 2018 के मुकाबले 4 गुना से भी अधिक है. 2018 में दिव्यांग मतदाताओं का प्रदेश में कुल 19.02 प्रतिशत मतदान रहा था. प्रदेश में इस बार सबसे अधिक मतदान बांसवाड़ा जिले में 88.96 प्रतिशत रहा. इसके बाद क्रमशः कोटा 85.80 प्रतिशत, करौली 85.50 प्रतिशत, अजमेर 84.58 प्रतिशत एवं हनुमानगढ में 84.18 प्रतिशत रहा. विधानसभा क्षेत्रवार जालोर का रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र 96.10 प्रतिशत के साथ सबसे आगे रहा. सांचौर 96.05 प्रतिशत, खाजुवाला 94.24 प्रतिशत, बांसवाड़ा 92.76 प्रतिशत एवं सांगोद में 92.69 प्रतिशत मतदान रहा.

यहां हुआ सबसे कम मतदान

दिव्यांग मतदाताओं के सबसे कम मतदान प्रतिशत सिरोही में 60.75 प्रतिशत, झुंझुनू जिले में 63.79 प्रतिशत, भरतपुर में 66.02 प्रतिशत, डूंगरपूर 66.71 प्रतिशत एवं बीकानेर में 69.52 प्रतिशत रहा. विधान सभा क्षेत्र सिरोही में सबसे कम 30.12 प्रतिशत मतदान रहा. इसके बाद नोखा 43.45 प्रतिशत, लूणकरणसर 44.48 प्रतिशत, अंता 46.41 प्रतिशत एवं फलोदी में 53.52 रहा.

दिव्यांग मतदाताओं के लिए किए गए विशेष इंतजाम

प्रदेश में विधासनभा चुनाव 2023 के दौरान दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा विशेष इंतजाम किए गए थे. घर से मतदान केन्द्र तक लाने ले जाने के लिए इन सभी मतदाताओं को विभाग की ओर से परिवहन सुविधा उपलब्ध करावाई गयी थी.

साथ ही दिव्यांग मतदाताओं कि सुविधा हेतु प्रत्येक मतदान केन्द्र पर रैम्प, व्हीलचेयर, ब्रेल डमी बैलट शीट की सुविधा उपलब्ध कराई गई. इसी के साथ मतदान केन्द्र पर मूक बधिर मतदाताओं की सुविधा के लिए बेसिक साइन लैंग्वेज में प्रशिक्षित एनसीसी/एनएसएस/स्काऊट-गाइड वॉलेन्टियर्स को भी लगाया गया. इन वॉलेन्टियर्स को व्हील चेयर हैण्डलिंग का प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया. 

इन सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किये जाने हेतु प्रत्येक जिले में विशेष नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी की गई. इन अधिकारियों द्वारा प्रत्येक मतदान केन्द्र पर यह व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं. मतदान केन्द्र स्थल पर भी दिव्यांगजन को मतदान हेतु प्रेरित करने हेतु विशेष टीमों का गठन किया गया था.

ये भी पढ़ें- बस एक दिन का इंतजार...राजस्थान समेत 3 राज्यों के भविष्य का होगा फैसला, मिजोरम में 4 दिसंबर को आएंगे नतीजे

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close