
Rajasthan News: इंदौर की सोनम और मेरठ की मुस्कान ने जैसे पति की हत्या की साजिश रची थी वैसा ही मामला राजस्थान के राजसमंद में भी सामने आया है. राजसमंद के कांकरोली थाना क्षेत्र के प्रताप पुरा पुलिया पर 24 जून को दिनदहाड़े धारदार हथियार से शेरसिंह की गला काटकर हत्या करने और उसे सड़क दुर्घटना का रूप देने के मामले में पुलिस ने सभी पेच खोलते हुए मुख्य आरोपी राम सिंह सहित उसके दो सहयोगियों और मृतक शेर सिंह की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. कांकरोली थानाधिकारी हंसराम सीरवी ने बताया की हत्या का मुख्य कारण अवैध संबंध था. मृतक की पत्नी प्रमोद कंवर और आरोपी राम सिंह के बीच बचपन से प्रेम संबंध थे. 2013 में परिवार ने दबाव बनाकर प्रमोद कंवर की शादी शेर सिंह से करवा दी. लेकिन वह अपने बचपन के प्यार को नहीं भूल पाई और लगातार राम सिंह से संपर्क में बनी रही.
प्रेमी से संबंध के बाद पति ने कराया गर्भपात
इस बात को लेकर पति-पत्नी में कई बार परिवार में झगड़े होते रहते थे. इस दौरान लगातार संपर्क में बने रहने से प्रमोद कंवर दो बार अपने प्रेमी राम सिंह से गर्भवती भी हो गई. जिससे उसके पति शेर सिंह ने गर्भपात करवाया. लेकिन जब दोनों का मिलना बंद नहीं हुआ तो मजबूरन मृतक शेर सिंह अपनी पत्नी को लेकर केरल चला गया और वही मजदूरी करने लगा. वहां पर भी राम सिंह अपनी प्रेमिका से मिलने आता रहता था. मजबूरन शेर सिंह अपनी पत्नी को लेकर आमेट के पास खाखर माला में रहने आ गया.
पत्नी रचने लगी हत्या की साजिश
इस अवैध संबंध को लेकर कई बार मृतक और आरोपी के बीच मारपीट तक हो चुकी है. आखिर रोज-रोज के इस झगड़े से तंग आकर आरोपी राम सिंह ने प्रेमिका प्रमोद कंवर के साथ मिलकर उसके पति शेरसिंह की हत्या की योजना बनाना शुरू किया. दो बार हत्या की साजिश रची भी गई. लेकिन दोनों बार साजिश फेल हो गई. वारदात से ठीक 1 दिन पहले 23 जून को मृतक की पत्नी प्रमोद कंवर ने आरोपी को 38 हजार खर्च के लिए दिए थे. वहीं आरोपी राम सिंह ने दो लोगों को एक-एक लाख रुपए की सुपारी देकर हत्या की साजिश में अपने साथ मिला लिया. इसके साथ ही एक इको स्पोर्ट्स कार को भी टैक्सी पर लिया गया.
ऐसे दिया गया वारदात को अंजाम
वारदात के दिन जब मृतक शेर सिंह अपनी बाइक लेकर सरदारगढ़ होते हुए कांकरोली के लिए रवाना हुआ. उसकी लोकेशन पूछने के लिए जब आरोपी राम सिंह ने अपनी प्रेमिका प्रमोद कंवर को फोन किया. तो प्रमोद कंवर ने अपने पति को फोन कर पेट्रोल के लिए 200 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करने की बात कही और उसकी लोकेशन पूछी. वही प्रमोद कंवर ने अपने पति शेरसिंह को फोन करके उसकी लोकेशन पता करके राम सिंह को बता दी. सरदारगढ़ से कांकरोली तक कहीं भी सुनसान नजर नहीं आने पर उन्होंने धैर्य बनाए रखा और प्रताप पुरा पुलिया पर सूनी सड़क देखकर पहले कार से टक्कर मारी और फिर कार से उतरकर धारदार हथियार से शेर सिंह पर ताबड़तोड़ वार कर दिए. जिस शेर सिंह का एक हाथ और गर्दन कट कर अलग हो गई. वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए.
पुलिस ने वारदात का पता चलने के बाद शव को मोर्चरी रखवाया और तमाम कानूनी कार्रवाई शुरू की. लेकिन दूसरे दिन आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर राजपूत समाज ने जिला चिकित्सालय में शव उठाने से इनकार कर दिया और प्रदर्शन किया. पुलिस के अधिकारियों के आश्वासन पर शव का पोस्टमार्टम हुआ और उच्च अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस की विशेष टीम का गठन किया गया. थाना अधिकारी हंसा राम के नेतृत्व में इस टीम नें पूछताछ और तकनीकी सहायता से आरोपियों की तलाश शुरू की और दोनों सहयोगियों को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया. उनकी निशानदेही पर आरोपी राम सिंह को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में मृतक की पत्नी का प्रमोद कंवर का नाम भी सामने आने पर उसे बुलाकर सख़्ती से पूछताछ की गई तो एक-एक कर पूरी वारदात की परतें खुलती गई. आखिर पुलिस ने दोनों सहयोगियों और पत्नी को अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा दिया. वहीं आरोपी राम सिंह से वारदात में प्रयुक्त हथियार और अन्य सामान की बरामदगी के लिए को 3 दिन के पीसी रिमांड पर लिया गया है.