Exercise Tarang Shakti: भारतीय वायु सेना के अब तक के सबसे बड़े अभ्यास 'तरंग शक्ति' में शामिल होने के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ भारतीय रक्षा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा. उन्होंने कहा कि रडार, आदि क्षेत्र में भारत काफी हद तक आत्मनिर्भर हो गया है.
#WATCH | Rajasthan: Defence Minister Rajnath Singh attends ongoing Exercise Tarang Shakti conducted by the Indian Air Force in Jodhpur
— ANI (@ANI) September 12, 2024
Aircraft from friendly foreign countries including the US, Australia and Greece are participating in Exercise Tarang Shakti. The exercise… pic.twitter.com/j5piA0zkxw
भारत का लक्ष्य एकजुट रहकर एकसाथ आगे बढ़ना है
रक्षा मंत्री ने कहा "भारतीय वायुसेना अपनी स्थापना के समय से ही अपनी शक्ति और शौर्य के लिए जानी जाती है। देश को जब भी ज़रूरत पड़ी तो वायुसेना ने डटकर सामना किया. आपके अभ्यास को देखते हुए मुझे गौरव की अनुभूति होती है'.आज के वक्त में जहां कई देश युद्ध कर रहे हैं वहीं भारत का लक्ष्य एकजुट रहकर एकसाथ आगे बढ़ना है.ऐसे में हमें अपनी साझेदारी, सहयोग का दायरा बढ़ाना होगा'
#WATCH जोधपुर, राजस्थान: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "भारतीय वायुसेना अपनी स्थापना के समय से ही अपनी शक्ति और शौर्य के लिए जानी जाती है। देश को जब भी ज़रूरत पड़ी तो वायुसेना ने डटकर सामना किया... आपके अभ्यास को देखते हुए मुझे गौरव की अनुभूति होती है..." https://t.co/xF9yD1Lr4Q pic.twitter.com/TvTQrjHesS
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भारत की एयरोस्पेस इंडस्ट्री को अच्छे से देखिए
रक्षा मंत्री ने कहा 'आज हमारे बीच कई सारे friendly foreign dignitaries भी उपस्थित हैं. मैं उनसे भी यह कहना चाहूंगा,कि आप लोग जब भारत आए हैं, तो भारत की एयरोस्पेस इंडस्ट्री को अच्छे से देखिए, इसका अध्ययन करिए. इस एक्सरसाइज़ के दौरान आप सबको यह अवसर भी मिला है, कि आप विजिट्स के माध्यम से भारतीय रक्षा विनिर्माण उद्योग के फर्स्ट हैंड एक्सपीरियंस को भी प्राप्त करें'.
हम एक दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलें
रक्षा मंत्री ने यहां वायु सेना के युद्ध अभ्यास ‘तरंग शक्ति' के दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘‘आज के समय में जब दुनिया में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी हुई है. कई स्थानों पर तो अलग-अलग देशों के बीच लगातार युद्ध चल रहे हैं. इन विकट परिस्थितियों में भारत का लक्ष्य यही है कि हम एक दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलें.''
राजनाथ ने कहा, ‘‘पूरी दुनिया में जिस तरह से बदलाव हो रहे हैं और जिस तरह से पूरी दुनिया के समक्ष नई-नई चुनौतियां आ रही हैं, उसे देखते हुए हमें अपनी भागीदारी व सहयोग को नई ऊंचाई तक ले जाने की जरूरत है.'' उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ भारतीय रक्षा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है और आज दुनिया भर के श्रेष्ठ और आधुनिक विमानों तथा अगली पीढ़ी के उपकरणों के साथ, भारतीय वायुसेना ने खुद का रूपांतरण किया है.
हल्के लड़ाकू विमान, सेंसर, राडार में भारत आत्मनिर्भर
सिंह ने कहा, ‘‘हमारी वायुसेना, और हमारा रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है. आज हल्के लड़ाकू विमान, सेंसर, राडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर जैसी चीजों में हम बहुत हद तक आत्मनिर्भर हो चुके हैं, और इन क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ने के लिए हम प्रयासरत हैं.''
गौरतलब है यह युद्धाभ्यास भारतीय वायु सेना के सबसे बड़े बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यासों में से एक है. यहां एयरफोर्स, 'भारत रक्षा विमानन प्रदर्शनी (आईडीएएक्स)-2024' की भी मेजबानी करेगा. इस प्रदर्शनी का उद्घाटन आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह किया.
(भाषा के इनपुट के साथ )