Lalsot News: दौसा जिले के लालसोट से बजरी खनन और पुलिस कार्रवाई को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज हो गई है. पूर्व मंत्री परसादी लाल मीणा ने बजरी मामले में राजस्थान पुलिस महानिदेशक (DGP) द्वारा की गई कार्रवाई का खुलकर समर्थन किया है. उन्होंने इसे ''सही और साहसिक निर्णय'' बताते हुए कहा कि यदि पुलिस महकमे में बजरी माफियाओं से मंथली लेने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, तो अवैध धंधा कभी नहीं रुकेगा.
दरअसल, DGP के निर्देश पर बजरी माफियाओं से सांठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी. इस कार्रवाई में 6 थानेदारों को सस्पेंड किया गया था, जबकि कई पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था. खास बात यह है कि इस कार्रवाई की जद में लालसोट थाना भी शामिल है. बताया जा रहा है कि यह पूरी कार्रवाई मुख्यमंत्री के सीधे निर्देश पर हुई है.
''5 हजार रुपये की बजरी चोरी-छुपे 20 हजार रुपये में''
पिछली कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे परसादी लाल मीणा ने कहा कि ट्रैक्टर चलने चाहिए ताकि आम आदमी को सस्ती दरों पर बजरी मिल सके. उन्होंने बिना नाम लिए लालसोट विधायक रामविलास मीणा पर निशाना साधते हुए कहा कि बड़े-बड़े भाषण दिए गए थे कि सरकार आएगी तो बजरी की कोई कमी नहीं होगी, लेकिन आज हालात यह हैं कि 5 हजार रुपये की बजरी चोरी-छुपे 20 हजार रुपये में बिक रही है.
''दिन-रात अवैध बजरी का धंधा जारी है''
उन्होंने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार के दावों के विपरीत लालसोट क्षेत्र में दिन-रात अवैध बजरी का धंधा जारी है. रात के समय करीब एक हजार बजरी से भरे ट्रैक्टर सड़कों पर दौड़ते हैं, जबकि आम लोगों के मकान तक नहीं बन पा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर, बड़ी कंपनियां और उद्योगपति राजस्थान की बजरी विदेशों तक भेज रहे हैं.
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