Rajasthan News: राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा लगातार जोर पकड़ रहा है. विपक्ष के नेता एक के बाद एक छात्रसंघ चुनाव को लेकर पैरवी कर रहे हैं. हालांकि सरकार इस पर किसी तरह का जवाब नहीं दे रही है. राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के युवा नेता मुकेश भाकर ने शनिवार (20 जुलाई) को छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा उठाया. सदन में डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के जवाब देने की बारी थी. इससे पहले मुकेश भाकर ने छात्र संघ चुनाव और राजस्थान यूनिवर्सिटी में कुलपति का मुद्दा उठाया.
राजस्थान के यूनिवर्सिटी में यूपी के कुलपति
मुकेश भाकर ने कहा राजस्थान में 21 सरकारी यूनिवर्सिटी हैं, इनमें से एक भी NAC की रैंकिंग में A श्रेणी का नहीं है. गुणवत्ता में हालत बहुत खराब है. यहां जितने भी कुलपति है वह सभी यूपी के हैं ऐसा क्यों. भाकर ने कहा आज प्रदेश के युवा छात्रसंघ चुनाव की मांग कर रहे हैं. आप कह रहे हैं कि पिछली सरकार ने छात्र संघ चुनाव बंद किए, तो जनता ने सजा दे दी. तो उप मुख्यमंत्री जी आप ताकत दिखाओ, आप तो छात्रसंघ चुनाव करवा दीजिए. चुनाव कराएंगे तो प्रदेश के युवा तो आपको मुख्यमंत्री मान लेंगे. आप अपनी ताकत को परखो, हम तो यह मानेंगे की प्रेमचंद जी ने मदद की.
रविंद्र सिंह भाटी भी उठा चुके हैं छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा
बता दें, निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने भी छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा उठा चुके हैं. उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि छात्रसंघ चुनाव कराएं जाएं. क्योंकि यह छात्रों के भविष्य और भविष्य की राजनीति का सवाल है. छात्रसंघ चुनाव से युवा नेताओं को काम करने का मौका मिलेगा और राजनीति में युवाओं को आने का भी मौका मिलेगा. बता दें, रविंद्र सिंह भाटी छात्रसंघु चुनाव जीते थे और राजस्थान में निर्दलीय चुनाव जीतकर इतिहास रचा था.
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