Jaipur Fire Accident: राजस्थान के जयपुर-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार की सुबह हुए भीषण अग्निकांड में एक रिटायर्ड आईएएस समेत 13 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, इस हादसे में घायल 27 लोगों को अस्पताल में इलाज चल रहा है. हाईवे पर एलपीजी टैंकर में एक ट्रक के टकराने के बाद ब्लास्ट हुआ था. इससे तेजी से गैस फैली और आग लग गई. इसके बाद आसपास के वाहनों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया. यह हादसा शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे हुआ था. हादसे के बाद अब जयपुर पुलिस ने इस अग्निकांड को लेकर बड़ा कदम उठाया है.
मददगारों की पहचान के लिए टीम गठित
पुलिस हादसे में घायल लोगों को मदद करने वाले चिन्हित करेगी. घटना के समय के वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घायलों की मदद करने वालों की पहचान की जाएगी. डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुडानिया ने एक टीम का गठन किया है, जो मदद करने वाले लोगों की पहचान करेगी.
इसके बाद उन्हें सरकार पुरस्कृत करेगी. पुलिस की ओर से उठाया कदम संभवत प्रदेश का पहला अनूठा मामला होगा. जयपुर पुलिस के इस आदेश की चारों तरफ चर्चा भी हो रही है.
सीसीटीवी और वीडियो खंगालेगी पुलिस
डीसीपी वेस्ट की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, भांकरोटा हादसे की वीभत्स दशाओं में मौके पर मौजूद और आसपास के लोगों ने खुद की जान की परवाह न करके घायल लोगों की मदद की और लोगों को अस्पताल पहुंचाया. इन मददगारों की पहचान के लिए सहायक पुलिस आयुक्त बंगरू के निर्देशन में टीम का गठन किया गया है. यह टीम मौके पर मौजूद सीसीटीवी और वीडियो के माध्यम से इन मददगारों की पहचान करेगी.
इससे पहले शनिवार को जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ की तरफ से एसआईटी का गठन करते हुए विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. जांच कमेटी में एडिशनल डीसीपी आलोक सिंगल, एसीपी हेमंत शर्मा, एसीपी राजेंद्र रावत, एसएचओ मनीष गुप्ता, एसएचओ किरण सिंह को शामिल किया गया है.
जयपुर अग्निकांड में जले 35 वाहन
बता दें कि यह हादसा शुक्रवार की तड़के 5-6 बजे के बीच हुआ. जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भांकरोटा के पास एलपीजी टैंकर में ब्लास्ट हुआ और गैस चारों तरफ फैल गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और वहां से गुजर रही बस सहित अनेक ट्रक, कार आग की चपेट में आ गए. प्रारंभिक जानकारी में कम से कम 35 वाहनों के जलने की सूचना है, जिनमें 29 ट्रक और दो बस सहित अन्य गाड़ियां शामिल हैं.