
Vandalisation of Veer Tejaji's statue in Jaipur: जयपुर के प्रताप नगर में वीर तेजाजी की मूर्ति खंडित करने के मामले को लेकर पुलिस प्रशासन और नेताओं के बीच लंबी वार्ता के बाद सहमति बन गई है. अशोक नगर थाने में चली बैठक में चार प्रमुख मांगों पर सहमति बनी है. इस बैठक में पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ और DCP पूर्व तेजस्विनी गौतम मौजूद रहे. वहीं, कैबिनेट मंत्री झाबरमल खर्रा, मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, विधायक कुलदीप धनखड़, बीजेपी प्रवक्ता लक्ष्मी कांत भारद्वाज, पूर्व कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारिया और सुभाष महरिया भी वार्ता में शामिल हुए. प्रशासन के मुताबिक, स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात रहेगा. साथ ही पुलिस की ओर से स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की गई.
इन चार प्रमुख मांगों पर बनी सहमति
- प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए 19 लोगों को पुलिस जल्द रिहा करेगी.
- साथ ही प्रशासन खंडित तेजाजी की मूर्ति को जल्द से जल्द वापस स्थापित करेगा.
- आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
- भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम.
- प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय करेगा.
पुलिस की गिरफ्त में है आरोपी
जयपुर में तेजाजी की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. आक्रोशित लोगों ने टायर जलाकर प्रदर्शन करते हुए रोड को जाम कर दिया. लोगों के आक्रोशित को देखते हुए जयपुर पुलिस ने भी मामले में तत्परता दिखाई. पुलिस ने मूर्ति तोड़ने वाले आरोपी सिद्धार्थ सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में पता चला है कि आरोपी का राजा पार्क में कैफे था, लेकिन उसमें उसको बड़ा घाटा हो गया. इसी को लेकर परेशान रहता था.
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