![जयपुर विकास प्राधिकरण में शामिल हुए 633 नए गांव, विकास की रफ्तार होगी तेज, समझें कैसे होगा फायदा जयपुर विकास प्राधिकरण में शामिल हुए 633 नए गांव, विकास की रफ्तार होगी तेज, समझें कैसे होगा फायदा](https://c.ndtvimg.com/2025-01/7ps1rh88_jda-_625x300_10_January_25.jpg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
JDA Expansion: राजस्थान की राजधानी जयपुर के 633 गावों की किस्मत खुलने वाली है. जयपुर विकास प्राधिकरण ने 13 तहसीलों के 633 नए गांव JDA रीजन में शामिल किए गए. अब रीजन 3 हजार वर्ग किमी से बढ़कर 6 हजार वर्ग किमी होगा. अभी जेडीए का क्षेत्र 40 किलोमीटर तक फैला हुआ है, जिसे 60 किलोमीटर तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है. JDA एक्ट के तहत गठित अधिकृत समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया, जिसकी अध्यक्षता जेडीए कमिश्नर आनंदी ने की.
JDA रीजन का विस्तार
आनंदी की अध्यक्षता में गठित समिति ने जेडीए रीजन को टोंक रोड पर चाकसू के मास्टर प्लान की सीमा तक, फागी रोड पर फागी के आस-पास तक, अजमेर रोड पर दूदू के आस-पास तक, कालवाड़ रोड पर जोबनेर के मास्टर प्लान की सीमा तक होगी बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया.
साथ ही चौमूं रेनवाल रोड पर कालाडेरा तक, सीकर रोड पर उदयपुरिया मोड़ के आस-पास तक, चौमूं अजीतगढ़ रोड पर सामोद के आस-पास तक, दिल्ली रोड पर शाहपुरा के मास्टर प्लान की सीमा तक, आगरा रोड पर जयपुर जिले की सीमा तक JDA रीजन का विस्तार किया गया है.
इन इलाकों को किया गया शामिल
जमवारामगढ़ तहसील के गांव: मालिवास, भावपुरा, लाडीपुरा, चक चारणवास, खुरेला, दीपपुरा, डेढ़वाड़ी, धरमपुरा, भुज, जगमालपुरा, सरजौली, तिलक नगर आदि.
जमवारामगढ़ तहसील के रतनपुरा क्षेत्र: रतनपुरा, दादियापट्टी, चारणवास उर्फ काली पहाड़ी, राधागोविंदपुरा, बाठ खेमा वास, खेरा वास निवाड़, धलेड़, ताला, जयचंदपुरा आदि.
किशनगढ़ रेनवाल तहसील के गांव: जोरपुरा, सुंदरियावास, भेसावा, कुंडियों का बास, गुढ़ा मानसिंह, मुरलीपुरा, तुर्कियाबास, खोडी, हिंगोनिया आदि.
कैसे होगा फायदा?
जेडीए रीजन का विस्तार भविष्य में तेजी से बढ़ते शहरीकरण को नियंत्रित किया जा सकेगा. साथ ही शहर के आसपास नए बुनियादी ढांचे के विकास में भी तेजी आएगी. इसके जरिये शहरों का विकास, ट्रांसपोर्ट, आवास और औद्योगिक क्षेत्रों की प्लानिंग बेहतर हो सकेगी. जयपुर के तेजी से बढ़ते विस्तार को ध्यान में रखते हुए यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है.
सरकार से मंजूरी मिलने की देरी
यह प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाएगा और वहां से स्वीकृति मिलने के बाद JDA द्वारा नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. इसके बाद JDA 2047 तक की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नया मास्टर प्लान तैयार करेगा.