
Jaipur News: जयपुर हेरिजेट निगम अब कचरे से भी कमाई करेगा. निगम के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए रास्ता साफ हो गया है. इसके लिए जिंदल ग्रुप और सरकार के उपक्रम के बीच करार भी हुआ है. जानकारी के मुताबिक प्लांट का ट्रायल रन इसी महीने के लिए निर्धारित है. इस वित्तीय वर्ष के भीतर ही पूर्ण संचालन होने की उम्मीद है. सरकार की इस पहल के पीछे उद्देश्य यह भी है कि यह परियोजना न केवल कचरे का निस्तारण करेगा, बल्कि जयपुर में स्थायी ऊर्जा उत्पादन में भी योगदान देगी.
जिंदल कंपनी करेंगी प्रोजेक्ट का संचालन
परियोजना के लिए निगम, जिंदल ग्रुप और पावर फाइनेंस कार्पोरेशन के अधिकारियों के बीच एमओयू साइन हुआ. प्रोजक्ट को चलाने के लिए जिंदल ग्रुप लगभग 350 करोड़ रुपए का निवेश करेगा. साथ ही इसके संचालन के लिए भारत सरकार का उपक्रम पावर फाइनेंस कार्पोरेशन लिमिटेड 192 करोड़ रुपए की ऋण सुविधा देगा.
हर दिन 1 हजार टन कचरे का होगा निस्तारण
इसके लिए निगम ने पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है. हेरिटेज निगम रोजाना 1000 टन कचरे का निस्तारण करेगा, जिसे ऊर्जा उत्पादन में उपयोग लिया जाएगा. इससे निगम को 66 रुपए प्रति टन की रॉयल्टी मिलेगी यानी हर महीने करीब 20 लाख और सालाना 2 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की आय निगम को मिलेगी. आय के अलावा 15 मेगावाट बिजली प्रतिदिन उत्पादन होने से दोहरा लाभ होगा. एमओयू साइन करने के दौरान निगम अधिकारियों के अलावा जिंदल ग्रुप के फाइनेंस डायरेक्टर प्रणय कुमार, पावर फाइनेंस कार्पोरेशन लिमिटेड की लिसा रे समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
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