Rajasthan News: दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की रैली के पीएम मोदी के खिलाफ लगाए गए विवादित नारे का मामला संसद तक पहुंच गया. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें कांग्रेस की कुछ महिला कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाती नजर आ रही हैं. इसी वीडियो को लेकर राज्यसभा में जेपी नड्डा और लोकसभा में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मामला उठाया.
सार्वजनकि रूप से माफी की मांग
राज्यसभा में जेपी नड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की. अमित मालवीय ने अपने पोस्ट में कहा कि यह सामान्य राजनीतिक विरोध नहीं, बल्कि व्यक्तिगत दुर्भावना का प्रदर्शन है, जो खतरनाक है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश के लिए सकारात्मक एजेंडा देने के बजाय नफरत भरे नारे लगवा रही है.
मालवीय के मुताबिक, चुनाव आते-जाते रहते हैं, लेकिन कांग्रेस का एजेंडा आज भी सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इर्द-गिर्द ही घूमता है. उन्होंने दावा किया कि इस तरह के जहरीले बोल सड़क से नहीं, बल्कि पार्टी की शीर्ष नेतृत्व से निकलते हैं. इस बीच जयपुर सिटी महिला कांग्रेस अध्यक्ष मंजू लता मीणा ने कहा कि वह किसी भी हालत में माफी नहीं मांगेंगी.
मंजू लता बोलीं- वह अपने बयान पर कायम
मंजू लता मीणा ने कहा कि रामलीला मैदान में कांग्रेस की वोट चोर गद्दी छोड़ रैली के दौरान दिया गया नारा जनता के गुस्से की अभिव्यक्ति है और वह अपने बयान पर कायम हैं. महिला कांग्रेस नेता ने दोहराया कि उनका नारा राजनीतिक आलोचना का हिस्सा है और विपक्ष का काम सच्चाई को जनता के सामने लाना है.
जब उनसे सवाल किया गया कि इस तरह की भाषा राजनीतिक संस्कृति के खिलाफ है, तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और किसी तरह की माफी नहीं मांगेंगी. उन्होंने कहा कि जनता सरकार से परेशान है और वही गुस्सा उनके शब्दों में दिखाई दिया है.
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