
Rajasthan News: राजस्थान में जयपुर के परकोटा इलाके में शनिवार को एक बार फिर से प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए. कुछ युवकों ने जौहरी बाजार में विरोध प्रदर्शन किया तो कुछ युवक नारेबाजी भी करते दिखे. इस दौरान कुछ जगह पर दुकानों को भी बंद करवाने की कोशिश की गई है. जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर प्रदर्शन करने पहुंचे युवकों को खदेड़ा. पुलिस ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है. वहीं, पुलिस जौहरी बाजार में विरोध करने वाले युवकों की पहचान कर रही है.
पुलिस कमिश्नर बोले- सख्ती से कार्रवाई होगी
आज फिर से विरोध प्रदर्शन पर जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि माहौल खराब करने से पहले ही हमने लोगों को वहां से हटा दिया. समाज के बड़े लोगों से हमने बात की थी कि जिसके बाद उन्होंने हमें सुनिश्चित किया था कि किसी तरीके से कोई प्रदर्शन सभा नहीं किया जाएगा.
इसके बावजूद कुछ लोग जौहरी बाजार में जामा मस्जिद और माणक चौक के पास इकट्ठा हुए और रोड जाम करने की स्थिति की. हमने लोगों को समझाइश करके वहां से हटाया. यदि किसी के मन में पुनरावृति करने की हो तो उसके साथ स्ट्रिक्टली व्यवहार किया जाएगा. शांति व्यवस्था बिगड़ने का किसी के मन में कोई इरादा है तो ऐसे में पुलिस सख्त तरीके से कार्रवाई करेगी.

विरोध प्रदर्शन की शुरुआत उस समय हुई है, जब पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में जयपुर के परकोटे में पैदल मार्च निकाला गया और उसमें भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य और उनके समर्थक जुटे थे. इस दौरान विधायक बालमुकुंद आचार्य ने जामा मस्जिद के बाहर पोस्टर लगाए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.
भाजपा विधायक के पोस्टर में क्या?
जानकारी के मुताबिक, जामा मस्जिद के बाहर लगे पोस्टरों में कथित तौर पर संदेश था, "कौन कहता है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता?" पोस्टर में एक दाढ़ी वाला व्यक्ति भी दिखाया गया था. जिसके बाद देर रात बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया और माहौल तनावपूर्ण हो गया.
लोगों के विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस विधायक रफीक खान और अमीन कागजी भीड़ को समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन किसी ने एक भी न सुनी. बाद में जब भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और पुलिस कमिश्नर के द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर काफी मशक्कत के बाद भीड़ ने दोनों की बात मानी और जामा मस्जिद, बड़ी चौपड़ समेत पूरे इलाके को खाली किया.

मस्जिद की ओर जाना सही नहीं था- मदन राठौड़
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि विधायक बालमुकुंदाचार्य का मस्जिद की ओर जाना सही नहीं था. पहलगाम की घटना के खिलाफ पूरा देश एकजुट है, यह एक संवेदनशील मामला है. जनप्रतिनिधियों का दायित्व है कि वे सामंजस्य बनाए रखें. अगर कोई जनप्रतिनिधि ऐसा कुछ करता है जिससे आपसी सद्भावना बिगड़ती है, तो वह उचित नहीं है. समाज में सौहार्द बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है और किसी भी तरह का भड़काऊ आचरण स्वीकार्य नहीं है. प्रशासन भी घटनास्थल पर चौकसी बढ़ा रहा है और हालात पर नजर रखी जा रही है.
टीकाराम जूली ने कहा कि विधायक पद पर बैठे किसी व्यक्ति द्वारा ऐसी हरकतें जिसकी जिम्मेदारी किसकी होनी चाहिए? मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि वे विधायकों पर लगाम लगाएं ताकि ऐसी घटनाएं वापस न हों और आपसी भाईचारा बना रहे. जबकि कांग्रेस विधायक रफीक खान ने कहा कि हम हर धार्मिक स्थल के प्रोटोकॉल का पालन करते हैं, फिर कोई अपनी चप्पल पहनकर मस्जिद में कैसे जा सकता है? बालमुकुंद आचार्य जैसे व्यक्ति को विधायक होने का अधिकार नहीं है.
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