
Rajasthan News: जैसलमेर शहर में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. पिछले 1 महीने से पानी की किल्लत के चलते शहरवासी परेशान हैं. हद तो तब हो गई जब पिछले 8 दिन बीत जाने के बाद भी पानी की सप्लाई नहीं हुई. 28 अक्टूबर से लेकर अब तक पानी की सप्लाई नही हुई है. दीपावली के त्यौहारी सीजन में पानी नहीं मिलने के आक्रोशित हुईं शहरी महिलाओं ने आज घरों से बाहर निकलकर नारेबाजी करते हुए पानी सुचारु रूप से मुहिया करवाने की मांग की. नवंबर की शुरुआत में गर्मी का असर कम हुआ है तो पानी की डिमांड भी घट गई है. लेकिन इसके बावजूद भी जलदाय विभाग नियमित पेयजल सप्लाई करने में विफल साबित हो रहा है.
पानी सप्लाई न होने की क्या वजह?
विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से पेयजल सप्लाई व्यवस्था संभल नहीं रही है. पिछले 5 माह में 10 से ज्यादा बार ऐसा हो चुका है कि शहर के लोगों को 7 से 8 दिनों बाद भी सप्लाई नहीं दी गई. गड़बड़ाई पेयजल व्यवस्था नवंबर में भी सुचारु नहीं हो पाई है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि एक तो मोहनगढ़ हेडवर्क्स पर पर्याप्त वोल्टेज नहीं मिल रहा है और दूसरा बार बार डीआई पाइप लाइन में फॉल्ट आ रहे है. वहीं जलदाय विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के पास कोई बैकअप प्लान भी नहीं है जिससे पेयजल सप्लाई सुचारु रखी जा सके.ऐसे में शहरवासियों को पानी के संकट से जूझना पड़ रहा है.

1000 रुपये देकर मंगवा रहे टैंकर
महिलाओं ने NDTV के कैमरे पर अपना दर्द ब्यां किया. उन्होंने बताया कि पिछले 9 दिन से पानी नहीं आया है. आज 10वां दिन है जब हम बिना पानी के परेशान हैं. कुछ इलाकों में टेंकर मंगवाए जा रहे हैं, जो कि 700-1000 रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है. वहीं अगर शहर के भीतरी इलाकों की बात करे तो वहां पानी टेंकर पहुंचना भी सम्भव नहीं है. शहर की तंग गलियों में टैंकर नहीं जा सकता है और न ही पानी पहुंचाने का कोई अन्य सोर्स है. महिलाओं का कहना है कि अब अगर पानी नहीं मिला तो वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगी.

जैसलमेर शहर में चल रही पानी की किल्लत व 8 से 10 दिन से सप्लाई नहीं होने के मामले को लेकर हमारे NDTV के संवाददाता ने जलदाय विभाग के अधिकारी देवीलाल भील से बातचीत की. उन्होंने बताया कि मोहनगढ़ हेडवर्क्स से जैसलमेर शहर के लिए अलग से पेयजल सप्लाई की जाती है. पहले 14 से 15 एमएलडी रोजाना प्रोडक्शन होता था. लेकिन इन दिनों वोल्टेज की समस्या होने व 2 नवंबर को डीआई लाइन टूटने की वजह से प्रोडक्शन 8 से 9 एमएलडी पर पहुंच चुका है. हालांकि 2 नवंबर को ही डीआई लाइन को ठीक कर दिया गया था. वोल्टेज स्थिर नहीं रहने के कारण प्रोडक्शन पूरा नहीं हो पा रहा है. जलदाय विभाग ने दो-तीन दिन में पानी पहुंचाने का दावा किया.

जिम्मेदार अधिकारियों के पानी की किल्लत के सवाल पर पल्ला झाड़ने के अलावा कोई जवाब नहीं है. जिम्मेदार कह रहे है कि आगे से पानी नहीं आ रहा है, इस वजह से सप्लाई नहीं हो रही है. जबकि मोहनगढ़ हेडवर्क्स से गजरुप सागर तक पेयजल सप्लाई 2 नवंबर से बाधित हुई है और प्रोडक्शन कम हुआ है. लेकिन शहर में दीपावली से पूर्व ही पेयजल संकट गहरा गया था. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इतना पानी होने के बावजूद सप्लाई सुचारु क्यों नहीं की जा रही?
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