Pregnant woman dies in Ahor: जालोर के आहोर में 22 वर्षीय गर्भवती महिला की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. पीहर पक्ष ने दहेज प्रताड़ना, मारपीट और हत्या का आरोप लगाया है. गुड़ा बालोतन गांव में गर्भवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. मृतका के ससुराल पक्ष का दावा है कि महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. युवती की मौत की जानकारी मिलते ही पीहर पक्ष मोर्च्युरी पहुंचा. परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. मामला बढ़ने के बाद मृतका के पति ने थाने में सरेंडर कर दिया.
7 महीने पहले ही हुई थी शादी
मृतका गुड़िया की शादी सिर्फ 7 महीने पहले हुई थी और वह 4–5 महीने की गर्भवती थी. इसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉ. पूरणमल मुणोत ने की है. परिजनों ने थाने के बाहर नारेबाजी भी की- दहेज के लोभियों को सजा दिलवाओ, बेटी की हत्या का बदला दो.
पति, सास और ससुर के खिलाफ केस
थानाधिकारी करण सिंह के अनुसार, "घटना की जानकारी शुक्रवार (14 नवंबर) शाम करीब 7 बजे मिली. सूचना मिली थी कि एक क्रूजर गाड़ी में विवाहिता का शव आहोर अस्पताल के बाहर रखा हुआ है. मौके पर पहुंचकर शव को मॉर्च्युरी भिजवाया गया और शनिवार सुबह पोस्टमॉर्टम करवाया गया. पीहर पक्ष की रिपोर्ट पर पति, सास और ससुर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है."
ससुर ने पीहर पक्ष को दी थी युवती के बीमार होने की जानकारी
इसी के बाद मृतका के पति ने थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है. लेकिन पीहर पक्ष की मांग है कि गाड़ी में शव लाने वालों की भी गिरफ्तारी हो. मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और आरोपियों को सख्त सज़ा मिले. उन्होंने कहा कि मौत से कुछ घंटे पहले गुड़िया ने रोते हुए फोन किया था.
मृतका की बहन के अनुसार, उसने दोपहर 3 बजे रोते हुए कॉल किया और मां से बात करवाने को कहा. मां काम पर थी, इसलिए मैंने कहा शाम को बात करा दूंगी. बाद में फोन किया तो ससुराल वालों ने कॉल काट दिया और कई घंटों तक संपर्क नहीं हुआ. शाम 7 बजे मृतका के ससुर का फोन आया कि वह बीमार है. जब परिजन पहुंच तो मौके पर शव देखा.
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