Rajasthan News: राजस्थान के झुंझुनूं जिले में नवलगढ़ कस्बे के रहने वाले भारतीय वायु सेना के बहादुर जवान अजय कुलदीप का असमय निधन हो गया. वे छुट्टी लेकर अपने घर आए हुए थे जब 3 दिसंबर को उनकी सेहत अचानक खराब हो गई.
परिजनों ने उन्हें तुरंत दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान शनिवार को उन्होंने आखिरी सांस ली. इस दुखद खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. अजय कुलदीप की उम्र अभी ज्यादा नहीं थी और वे देश सेवा में समर्पित थे जिससे उनकी मौत ने सबको झकझोर दिया.
पार्थिव देह पहुंची तो निकली भावुक तिरंगा यात्रा
वायु सेना के विशेष वाहन से अजय कुलदीप की पार्थिव देह नवलगढ़ लाई गई. यहां घूमचक्कर शहीद स्मारक से शुरू होकर उनके घर तक करीब 10 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई. तिरंगे में लिपटी उनकी देह को देखकर रास्ते में खड़े लोग भावुक हो उठे और कई की आंखें नम हो गईं.
इस यात्रा में बड़ी तादाद में स्थानीय ग्रामीण और गणमान्य लोग शामिल हुए जिन्होंने जवान की शहादत को सलाम किया. यात्रा के दौरान देशभक्ति के नारे गूंजते रहे जिसने माहौल को और ज्यादा गमगीन बना दिया.
सैन्य सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
जयपुर से आई वायु सेना की एक टुकड़ी ने जे.डब्ल्यू.ओ. दिलीप के नेतृत्व में अजय कुलदीप को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इस दौरान अधिकारियों ने उनके पिता रतनलाल कुलदीप को राष्ट्रीय ध्वज सौंपा जो शहादत का प्रतीक है. घर पहुंचने पर माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य रो-रोकर बेहाल हो गए. हर कोई इस बहादुर जवान को याद कर भावुक था.
इसके बाद झाझड़ रोड के पास मुक्तिधाम में धार्मिक रस्मों के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. बड़े भाई राजू कुलदीप ने मुखाग्नि दी और इस तरह अजय कुलदीप पंचतत्व में विलीन हो गए. पूरे समारोह में सैन्य सम्मान की गरिमा बरकरार रही जो उनके बलिदान को अमर बनाती है. नवलगढ़ के लोग अब अजय कुलदीप को हमेशा अपने दिल में जिंदा रखेंगे. उनकी याद में इलाके में शोक सभाएं हो रही हैं और लोग उनके परिवार को सांत्वना दे रहे हैं.
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