
Protest against mining: झुंझुनूं में खेतड़ी के दूधवा गांव में खनन के लिए हो रही ब्लास्टिंग से परेशान ग्रामीणों ने गांव छोड़ने की धमकी दी है. उन्होंने कहा कि ब्लास्टिंग से घरों में पत्थर गिरते हैं और मकानों में दरारें आ गई हैं. रात को भी नींद नहीं आती. लीज धारक की हैवी ब्लास्टिंग से इलाका कांपता है. ग्रामीणों ने प्रशासन से खनन बंद करने की मांग की है, ऐसा नहीं होने की स्थिति में एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया जाएगा. हालात ऐसे है कि लीज से 50 मीटर दूर बस्ती में पत्थर गिरने से कई लोगों को चोट लग चुकी है.
कई बच्चे और महिलाएं चोटिल, रात में जारी है खनन
क्षेत्र में ब्लास्टिंग से कभी पत्थर उछलकर घरों में गिरते हैं तो कभी कच्चे-पक्के मकानों में दरारें आ जाती हैं. यही नहीं, कई बार मासूम बच्चे और महिलाएं भी चोटिल भी हो चुकी हैं. रात में भी जारी खनन से क्षेत्रवासियों की नींद में भी खलल पड़ रहा है.
आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
खनन से परेशान ग्रामीणों ने खनन क्षेत्र के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि बार-बार शिकायत के बावजूद प्रशासन खनन बंद नहीं करवा रहा. लीज धारक और कर्मचारी समाधान की बजाय धमकियां देते हैं. ऐसे में ग्रामीणों के सामने गांव छोड़ने या एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
महज 50 मीटर दूर है बस्ती
दरअसल, लीज से महज 50 मीटर दूर आवासीय बस्ती है. ग्रामीणों का आरोप है, "दिन और रात दोनों समय अवैध ब्लास्टिंग होती है. प्रशासन और खनन माफिया से रात की ब्लास्टिंग रोकने की मांग भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके उलट माफिया धमकियां देता है."
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