Kanwari Devi Organ Donation Story: कहते हैं इंसानियत को जिंदा रखना आजकल की दुनिया में काफी मुश्किल हो गया है, लेकिन शनिवार को एम्स जोधपुर (AIIMS Jodhpur) में अंतिम सांस लेने वाली कंवरई देवी को लोग उनकी अंगदान की सराहनीय पहल के लिए उन्हें जिंदगी भर याद करेंगे. वह उन 4 लोगों के लिए इंसानियत की एक नई मिसाल बनकर उभरी हैं, जिन्हें उन्होंने नई जिंदगी दी. कंवरई देवी के परिवार वालों ने उनकी आखिरी इच्छा के अनुसार शनिवार को एम्स जोधपुर में उनके अंगदान किए.
ब्रेन डेथ के बाद 4 लोगों को जीवन का वरदान देने वाली " कंवराई देवी" के परिवार के जज़्बे को नमन। किडनी, लीवर और दिल के इस महादान से 46 वर्षीय कंवराई देवी मरकर भी अमर हो गयी।
— AIIMS Jodhpur (@aiims_jodhpur) August 31, 2024
एम्स प्रशासन इस दुखद घड़ी में दाता के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना और ह्रदय से आभार व्यक्त करता है,… pic.twitter.com/8tHM4CVDEs
एम्स जोधपुर परिवार के जस्बें किया सलाम
एम्स जोधपुर ने भी कंवराई देवी की इस पहल को काफी सराहा है.और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर उनके और उनके परिवार के जज्बे को सलाम किया है. एम्स जोधपुर ने शेयर की गई पोस्ट में लिखा है कि, ब्रेन डेथ के बाद 4 लोगों को जीवन का वरदान देने वाली "कंवराई देवी" के परिवार के जज्बे को सलाम. किडनी, लिवर और हार्ट के इस महादान से 46 वर्षीय कंवराई देवी मरकर भी अमर हो गईं. इस दुखद घड़ी में एम्स प्रशासन दाता के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना और हार्दिक आभार व्यक्त करता है, जिन्होंने अंगदान के इस नेक काम में सहयोग किया.
सड़क हादसे में हो गई थीं ब्रेन डेड
राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा, खगड़िया मीठापुर निवासी 46 वर्षीय कंवराई देवी खटाणा कुछ दिन पहले सड़क हादसे में ब्रेन डेड हो गई थीं. एक माह पहले उन्होंने अपने पति से अंगदान करने की इच्छा जताई थी.जिसकी प्रेरणा उन्हें एम्स में 28 जुलाई को सिणधरी निवासी 24 वर्षीय अनिता के जरिए किए गए अंगदान से मिली थी. मां की ब्रेन डेथ के बाद उनकी इच्छा को ध्यान में रखते हुए उनके बेटे और पति ने शनिवार को उनके अंग (किडनी, हार्ट व लिवर) दान किए. जिन्हें हवाई मार्ग से जोधपुर एयरपोर्ट और उसके बाद जयपुर भेजा गया. और वहां से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर किडनीऔर हार्ट को एसएमएस जयपुर और लिवर को महात्मा गांधी अस्पताल जयपुर भेजा गया. इससे करीब एक घंटे में अंग जयपुर पहुंच गए. एक किडनी जोधपुर में जालोर निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति को प्रत्यारोपित की गई.
कैसे हुआ था हादसा
उनके पति रतनलाल खटाणा ने बताया कि कंवरी देवी बीती 28 अगस्त को अपने बेटे तरुण के साथ बाइक पर जैतारण से अपने गांव खारिया मीठापुर जा रही थीं. इस दौरान सुबह करीब साढ़े आठ बजे सामने से तेज गति से एक कार आई और एक तरफ श्रद्धालु चल रहे थे, सभी को बचाने के प्रयास में उनकी बाइक फिसल गई. जिससे वह बाइक से नीचे गिर गई और उनके सिर में गहरी चोट आई थी. उसी वक्त उन्हें इलाज के लिए एम्स जोधपुर लाया गया था. जहां डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा था.
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