Jodhpur News: राजस्थान में जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल (MDM Hospital) के ट्रॉमा सेंटर में बिजली बंद होने के कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति में रुकावट की वजह से एक कैंसर रोगी की मौत के मामले में शनिवार को एक चिकित्सक और दो नर्सों को ड्यूटी से हटा दिया गया. घटना की जिम्मेदारी तय करने के लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट आने के बाद यह कार्रवाई की गई.
सोमवार को सौंपी जाएगी जांच की रिपोर्ट
अस्पताल के अधीक्षक विकास राजपुरोहित ने बताया कि डॉ. कुलदीप सिंह और दो नर्सों को एपीओ (तैनाती आदेश की प्रतीक्षा में) कर दिया गया है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है. संभागीय आयुक्त ने घटना की प्रशासनिक जांच का आदेश भी दिया है. अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट संजय बसु मामले की जांच करेंगे और सोमवार तक रिपोर्ट सौंपेंगे.
स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिमसर शनिवार शाम अस्पताल पहुंचे और अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से घटना की जानकारी ली और घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को बिजली आपूर्ति की ‘बैकअप प्रणाली' में विफलता के लिए वेंटिलेटर आपूर्तिकर्ता के खिलाफ कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मथुरादास माथुर अस्पताल में युवक की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. परिजनों का आरोप है कि मृतक गोपाल सैन को कल शाम कैंसर रोग के चलते गंभीर हालत में भर्ती करवाया था. वेंटिलेटर पर बिजली नहीं होने से मृतक की हालत बिगड़ गई. इसके बाद परिजनों ने ड्यूटी स्टॉफ को ऑक्सीजन के लिए कहा तो सिलेंडर खाली थे. ऐसे में लापरवाही की वजह से मरीज की मौत हो गई.
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