
RCB Won IPL 2025 Final: शायद इसीलिए बाबा श्याम को ‘हारे का सहारा' कहा जाता है. 18 साल बाद आईपीएल खिताब जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की ऐतिहासिक जीत को लेकर लोगों का मानना है कि यह बाबा श्याम के आशीर्वाद का फल है. खाटूश्यामजी न्यूज के मुताबिक़ कलयुग के अवतारी, तीन बाण धारी और ‘हारे का सहारा' जैसे अनेक नामों से जन-जन की आस्था के प्रतीक बाबा श्याम को जाना जाता है.
खासतौर पर ‘हारे का सहारा' इसलिए कहा जाता है क्योंकि हार से टूटे, दुखी और पीड़ित लोगों को बाबा श्याम सहारा देते हैं और उन्हें संबल प्रदान कर जीत की राह दिखाते हैं. यही विश्वास कल की जीत के बाद एक बार फिर सामने आया है.
बाबा श्याम के दरबार में पहुंचे थे खिलाड़ी
दरअसल, 12 अप्रैल को आरसीबी के कुछ खिलाड़ी बाबा श्याम के दरबार में पहुंचे थे. इन खिलाड़ियों में यश दयाल, सुयश शर्मा, अभिनंदन सिंह, मोहित राठी और स्वास्तिक चिकारा शामिल थे. इन्होंने बाबा श्याम के दर्शन किए और टीम की जीत के लिए मन्नत मांगी थी. मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान ने सभी खिलाड़ियों को बाबा श्याम के नाम का दुपट्टा ओढ़ाकर और प्रतीक चिन्ह भेंट कर आशीर्वाद दिया था. साथ ही टीम की सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दी थीं.
बाबा श्याम सच्चे अर्थों में ‘हारे का सहारा'
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या आईपीएल खिताब जीतने के बाद RCB टीम के ये खिलाड़ी एक बार फिर बाबा श्याम के दरबार में आभार प्रकट करने और धन्यवाद देने के लिए आएंगे. बाबा श्याम में आस्था रखने वालों के लिए यह एक और प्रमाण है कि हार को जीत में बदलने वाले बाबा श्याम सच्चे अर्थों में ‘हारे का सहारा' हैं.
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