
RCB victory parade stampede in chinnaswamy stadium: बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. सरकार ने बुधवार (4 जून) की दुर्घटना की जांच के लिए बेंगलुरु शहरी डीसी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जी. जगदीश को नियुक्त किया है. स्टेडियम के पास हुई इस घटना में मृतक पीड़ितों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा भी की गई है. बता दें कि आईपीएल में आरसीबी टीम की जीत के जश्न के दौरान हजारों क्रिकेट प्रशंसक विधानसभा के सामने और चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुए थे. इसी दौरान भगदड़ मचने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. जबकि 40 से अधिक घायल हो गए.
15 दिन के भीतर जांच पूरी करने के निर्देश
आंतरिक विभाग (कानून एवं व्यवस्था) के उप सचिव ने जांच आदेश जारी करते हुए 15 दिनों के भीतर मजिस्ट्रेट जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही राज्य सरकार को भी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी. आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यह नियुक्ति चिन्नास्वामी स्टेडियम के प्रवेश द्वार के पास हुई भगदड़ और उसके बाद हुई मौतों के कारणों की जांच के लिए की गई है. इसमें यह भी कहा गया है कि घटनाओं के क्रम, चूक और लापरवाही के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की व्यापक जांच की जानी चाहिए.
पुलिस की रिपोर्ट में भगदड़ की सामने आई ये वजह
यह निर्णय पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक की रिपोर्ट के बाद लिया गया है. रिपोर्ट में कहा, "4 जून को विधानसभा और चिन्नास्वामी स्टेडियम के सामने समारोह के दौरान, हजारों क्रिकेट प्रशंसक अचानक एकत्र हो गए. कार्यक्रम के लिए कम समय की सूचना के कारण सभी संभावित सुरक्षा उपाय किए जाने के बावजूद, दोपहर 3:30 से 4:30 बजे के बीच, स्टेडियम के अंदर लोगों की भीड़ के कारण एक बैरिकेड टूट गया, जिससे लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े."
आदेश के मुताबिक, राज्य सरकार ने कर्नाटक के डीजीपी और आईजीपी एम.ए. सलीम की रिपोर्ट का सत्यापन कर लिया है. इसी के चलते घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने का निर्णय लिया है. कर्नाटक सरकार ने इससे पहले सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए विधानसभा से चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम तक विजय परेड रद्द कर दी थी.
यह भी पढ़ेंः भीलवाड़ा में 200 फीट गहरी खदान ढहने से 2 मजूदर फंसे; 1 की मौत, 14 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी