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बुलडोजर पर चढ़कर राहत कार्य में जुट गए क‍िरोड़ी लाल मीणा, अध‍िकार‍ियों को द‍िए न‍िर्देश

तेज बार‍िश से सवाईमाधोपुर के जड़ावता गांव में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. पानी के तेज बहाव से गांव के खेत दरिया और खाइयों में तब्दील हो गए हैं.

बुलडोजर पर चढ़कर राहत कार्य में जुट गए क‍िरोड़ी लाल मीणा, अध‍िकार‍ियों को द‍िए न‍िर्देश
किरोड़ी लाल मीणा जेसीबी पर चढ़कर खुद मिट्टी से बंधा बनवा रहे हैं.

सवाई माधोपुर जिले में हुई भारी बारिश से जिले के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में है. जड़ावता गांव के नजदीक खेतों में पानी के कटाव से इतनी गहरी गई हो गई कि एक मकान, दो दुकान और दो मंदिर खाई में समा गए हैं. पानी का तेज बहाव अभी भी लगातार जारी है. खेतों में बनी करीब 50-50 फीट गहरी खाई बढ़ती ही जा रही है, जिससे नजदीक के अन्य दो मकानों सहित और भी मकानों के गिरने का खतरा लगातार बना हुआ है.

बुलडोजर पर चढ़े किरोड़ी लाल मीणा 

गांव का सरकारी स्कूल भवन भी खाई में समाने की कगार पर है. स्कूल प्रिंसिपल ने भवन की सुरक्षा को लेकर कलेक्टर को भी लेटर लिखा है. गांव में हालात बिगड़ते देख प्रदेश के आपदा प्रबंधन मंत्री और सवाई माधोपुर से विधायक डॉ. किरोड़ी लाल मीणा मौके पर पहुंचे. गांव में जाने से रोकने के ल‍िए बुलडोजर पर चढ़कर म‍िट्टी डालकर बंधा बनवाया. हालात का जायका लेने के साथ ही इस आपदा से बचाव के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

राहत बचाव के लिए मौके पर पहुंचे किरोड़ी लाल मीणा.

राहत बचाव के लिए मौके पर पहुंचे किरोड़ी लाल मीणा.

अतिवृष्टि के चलते बिगड़े हालात 

जड़ावता गांव में अतिवृष्टि के चलते हालात बिगड़ने और समय पर सहायता नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों, जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के प्रति रोष है. जड़ावता गांव लगभग पूरी तरह से जलमग्न है. खेत-खलिहान और आबादी क्षेत्र पूरी तरह पानी की चपेट में है. रास्‍ते ब्‍लॉक हो चुके हैं. खेत कटकर खाइयों में तब्दील हो गया. गांव के मकान और मंदिर ढह गए.

अमरूद के बगीजों में भरा पानी 

अमरुद के बगीचों में चारों तरफ पानी ही पानी है. तीन-चार दिन से जड़ावता के ग्रामीण अपने स्तर पर अमरूद के पेड़ काटकर पानी को डायवर्ट करने का प्रयास कर रहे हैं. ग्रामीण दहशत में जी रहे हैं. राजकीय उच्‍च माध्‍यम‍िक व‍िद्यालय जड़ावता स्‍कूल कभी भी ढह सकता है. स्कूल भवन की दीवार से 2 दिन से सटकर पानी बह रहा है, जिससे मिट्टी का कटाव हो रहा है.

सेना को बुलाया गया 

स्कूल प्रधानाचार्य ने स्कूल भवन ढहने की संभावना जताते हुए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है. तीन दिन बाद आज कलेक्टर , एसपी , एसडीएम एनडीआरएम की टीम के साथा मौके पर पहुंचे हैं, सेना को भी मौके पर बुलाया गया है, ज‍िससे खाई के कटाव को रोका जा सके.  आपदा प्रबंधन मंत्री डॉक्टर किरोडी लाल मीणा भी मौके पर पहुंचे और गांव के हालातों का जायजा लिया.

मकान गिरने का खतरा बना हुआ 

आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. किरोडी लाल मीणा ने कहा कि सरकार आमजन की सुरक्षा और राहत कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. किसी भी आपात परिस्थिति में प्रशासन एवं बचाव दल पूरी तरह सतर्क हैं, और प्रभावित गांवों में हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है. लेकिन, बड़ी बात यह है कि मंत्री और प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद मौके पर स्थिति नाजुक बनी हुई है. पानी के बहाव के साथ ही खेतों में बनी खाई लगातार बढ़ रही है, जिससे गांव के अन्य मकानों के ग‍िरने का खतरा बना हुआ है.

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