
Kota News: राजस्थान के कोटा में 24 फरवरी को नेशनल हाईवे-52 पर दरा नाला के सिंगल लेन पर भारी ट्रैफिक जाम की वजह से एक तीन से बच्चे की मौत हो गई. बच्चा बीमार था, जिसे उसके माता-पिता इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे. बच्चे के माता-पिता ने पुलिस से जाम खुलवाने की गुहार लगाते रहे, करीब 3 घंटे तक जाम फंसे रहने और समय पर इलाज न मिलने के कारण बच्चे ने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया था. एनडीटीवी ने दरा नाले के सिंगल लेन पर लगने वाले भारी ट्रैफिक जाम की खबर को प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद सरकार ने एक्शन में आई.
दिल्ली में बैठक में हुआ ये फैसला
अब सोमवार को दिल्ली में एनएचएआई और सड़क परिवहन व राजमार्ग के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें एनएच-52 पर दरा घाटी में लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या के स्थायी समाधान को लेकर विभिन्न प्रस्तावों व विकल्पों पर चर्चा हुई. बैठक में एनएच 52 (झालावाड़ से कोटा की ओर) को 4-लेन रोड से दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे टनल के पास तक जोड़ने व प्रस्तावित 4 लेन रोड से नई लिंक सड़क बनाते हुए दरा नाल के आगे (कोटा वाले छोर) स्टील ब्रिज तक कनेक्ट के विकल्प को लागू करने का फैसला लिया गया.
इसके तहत कोटा- झालावाड़ एनएच-52 पर स्थित कमलपुरा से कंवरपुरा गांव की ओर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे तक 7 किमी लंबा 4-लेन रोड बनाने का निर्णय लिया गया, जो एक्सप्रेस टनल के करीब 500 मीटर पहले कनेक्ट होगा. साथ ही, एनएच-52 के किमी 296/300 (स्टील ब्रिज) से प्रस्तावित 4 लेन रोड को 2 किमी लम्बी लिंक रोड से जोड़ा जाएगा, जिससे झालावाड़ से कोटा की ओर यात्रा करने वाले वाहनों को सुगम मार्ग मिलेगा.
स्पीकर ओम बिरला ने अधिकारियों को दिए निर्देश
इस सड़क के बनने से कोटा-झालावाड़ व झालावाड़ से कोटा आने वाले वाहन चालकों को वर्तमान दरा घाटी मार्ग के अलावा दो नए विकल्प मिल जाएंगे. स्पीकर बिरला ने अधिकारियों को इस प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दिलाकर निर्माण कार्य हेतु तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए. इसके अलावा चेचट-सुकेत मार्ग के विस्तार और कोटा जिले में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एलाइनमेंट पर भी बैठक में विस्तार से चर्चा हुई.
इस परियोजना के दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे से एनएच-52 को जोड़ने के लिए 4-लेन स्पर रोड के निर्माण प्रस्तावित है, जिसकी कुल लंबाई 15.08 किमी होगी. यह मार्ग सुकेत-सतलखेड़ी कुदायला-रामगंजमंडी और चेचट जैसे औद्योगिक केंद्रों को सीधे एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा, जिससे कोटा स्टोन, धनिया मंडी, सीमेंट और कृषि उत्पादों का परिवहन तेज और सुगम होगा. 4 लेन सड़क का निर्माण रामगंजमण्डी में भारी वाहनों के बढ़ते दबाव को कम करेगा.
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