Rajasthan: राजस्थान यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस मारते हुए गाड़ी में बैठाया. प्रदर्शन में एनएसयूआई, एसएफआई और आरएलपी के छात्र नेता शामिल थे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्र नेता प्रदर्शन में शमिल नहीं हुए. सुबह 11 बजे छात्र नेता यूनिवर्सिटी के बाहर पहुंच गए. जमकर नारेबाजी करने लगे. सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई.
पुलिस से छात्रों की हुई झड़प
कैंपस खुलते ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के पास जमा होने लगे थे. सभी संगठनों के छात्र नेता भी प्रदर्शन में शामिल हुए थे. छात्रों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार बंद करवा दिया. भारी मात्रा में फोर्स बुलाई गई, वाटर कैनन भी बुलाया गया.
प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने मेन गेट कूद कर जेएलएन मार्ग की तरफ जाने का प्रयास किया. इसके बाद छात्र नेताओं की पुलिस से झड़प हो गई. फिर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज के दौरान छात्र और छात्र नेता मुख्य द्वार से अंदर की ओर भागते नजर आए. कई छात्र नेताओं को चोटें भी आई है. पुलिस ने छात्र नेताओं को रोकने का प्रयास किया तो छात्रों से बहस हो गई. प्रदर्शन में शामिल कुछ छात्र नेताओं को हिरासत में ले लिया.
सदन में छात्र संघ का मुद्दा गूंजा
राजस्थान विधानसभा बजट सत्र में छात्रसंघ का मुद्दा गूंजा था. विधायक रविंद्र भाटी ने शून्य काल में छात्रसंघ चुनाव पर मुद्दा उठाया था. रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, "युवा देश का भविष्य है और युवाओं में राजनीतिक क्षमता का विकास छात्रसंघ चुनाव से होता है. छात्र संघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी है. विधानसभा अध्यक्ष सहित प्रदेश के कई नेता इसी सीढ़ी से होकर राजनीति में मुकाम बनाए हुए हैं."
छात्रसंघ चुनाव वर्तमान राजनीति का आधार स्तंभ
रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, "छात्रसंघ चुनाव से ही युवा सेवा, दूसरे के अधिकारों के लिए लड़ना सीखता है. छात्रसंघ चुनावी वर्तमान राजनीति का आधार स्तंभ है. राज्य सरकार स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से नियमित रूप से छात्रसंघ चुनाव कराए."