Lok Sabha Election 2024: टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र का अपने आप में बेहद अनूठा इतिहास रहा है. टोंक जिले को 2008 के परिसीमन के बाद सवाई माधोपुर संसदीय क्षेत्र में शामिल किया गया है. इसके बाद टोंक-सवाई माधोपुर संसदीय क्षेत्र के नाम से इसे जाना गया. साल 2004 से 2014 तक कांग्रेस के नमोनारायण मीणा सांसद रहे. वो केंद्र में मंत्री रहे. इससे पहले 1999 में भाजपा की जसकौर मीना भी कंद्रीय मंत्री रहीं. 2014 से लगातार अभी तक भाजपा के सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया सांसद बने.
भाजपा ने सुखबीर सिंह जौनपुरिया को टोंक-सवाई माधोपुर से तीसरी बार उम्मीदवार बनाया
भाजपा ने सुखबीर सिंह जौनपुरिया को टोंक माधोपुर लोकसभा सीट से तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने हरीश मीणा को टिकट दिया है. हरीश मीणा पूर्व केंद्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा के छोटे भाई हैं. हरीश मीणा टोंक के देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र गुर्जर, मीणा और मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही बड़ी पार्टियों ने इन्हीं जातियों में से अपना प्रत्याशी बनाया है. इस बार भी दोनों ही पार्टियों ने जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए टिकट दिया है. सुखबीर सिंह गुर्जर समाज से आते हैं. कांग्रेस ने मीणा समुदाय से आने वाले हरीश मीणा पर दाव लगाया है.
एससी मतदाता सबसे अधिक
इस क्षेत्र में एसटी के 3 लाख 25 हजार लगभग मतदाता हैं. गुर्जर मतदाताओं की संख्या लगभग 2 लाख 80 हजार है. मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 2 लाख 15 हजार है. सबसे ज्यादा मतदाता है एससी के जिनकी संख्या लगभग 4 लाख 40 हजार है. जाट मतदाताओं की संख्या 1 लाख 50 हजार है. ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या भी लगभग 1 लाख 50 हजार है. राजपूत मतदाताओं की संख्या लगभग 65 हजार के करीब है. माली मतदाताओं की संख्या भी 1 लाख 35 हजार के करीब है. ओबीसी वोटों की संख्या भी लगभग 2 लाख 75 हजार के करीब है.
टोंक और सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा हैं
टोंक और सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा हैं. 2 जिलों की 4-4 विधानसभा सीटें हैं. 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई और सामान्य सीट घोषित हुई. उससे पहले टोंक और सवाई माधोपुर अलग अलग लोकसभा सीट थी. 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में यह सीट देश मे चर्चित रही. क्योंकि, इस सीट पर गुर्जर आंदोलन के नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को बीजेपी ने टिकिट दिया था. कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला कांग्रेस के नमोनारायण मीणा से 347 वोटो से चुनाव हार गए थे. इसके बाद 2014 और 2019 के चुनावों में इस सीट पर बीजेपी के सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने जीत हासिल की.
पिछले तीन चुनावों के परिणाम
- 2009 कांग्रेस के नमोनारायण मीणा ने बीजेपी के कर्नल किरोड़ी बैंसला को 347 वोट से हराया.
- 2014 बीजेपी के सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने कोंग्रेस के अजहरुद्दीन को 1 लाख 39 हजार वोट से हराया .
- 2019 में बीजेपी के सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने कोंग्रेस के नमोनारायण मीणा को 1 लाख 11 हजार 891 वोट से हराया.
गुर्जर और मीणा प्रत्याशियों के बीच होगा मुकाबला
2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी यही उम्मीद की जा रही है कि यह चुनाव भी गुर्जर और मीणा प्रत्याशियों के बीच मुख्य मुकाबले वाला होगा. जातिगत आधार पर ही लड़ा जाएगा. स्थानीय मुद्दों की बात की जाए तो बीसलपुर बांध का पानी और ईसरदा बांध का पानी के साथ टोंक को रेल से जोड़ने की मांग के साथ ही बेरोजगारी मुख्य मुद्दा है.
टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा सीट
- कुल मतदाता - 21 लाख 35 हजार लगभग.
- पुरुष मतदाता - 11लाख 16 हजार से अधिक है.
- महिला मतदाता - 10 लाख 19 हजार से अधिक है.
- टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट और कुल 2017 मतदान बूथ पर मतदान होगा, जिसमें 1130 बूथ टोंक में ओर 983 बूथ सवाई माधोपुर में बनाये जाएंगे.
- पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में मतदान प्रतिशत- 63.23 प्रतिशत रहा.
- टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा सीट में शामिल 8 विधानसभाएं हैं.
टोंक जिले की चार विधानसभा
टोंक, निवाई, मालपुरा-टोडाराय सिंह, देवली-उनियारा
सवाई माधोपुर जिले की चार विधानसभा
सवाई माधोपुर,खण्डार, बामनवास,गंगापुर सिटी
टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी
- भाजपा - सुखबीर सिंह जौनपुरिया
- कांग्रेस - हरीश चंद्र मीणा
परिसीमन के बाद अब तक 3 चुनाव हुए है
- कांग्रेस ने 2009 का लोकसभा चुनाव जीता.
- भाजपा ने 2014 और 2019 के दो चुनाव जीते.
टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा सीटों की स्थिति
- टोंक -कांग्रेस
- निवाई -भाजपा
- मालपुरा टोडारायसिंह-भाजपा
- देवली उनियारा-कांग्रेस
- बामनवास-कांग्रेस
- सवाई माधोपुर-भाजपा
- खण्डार-भाजपा
- गंगापुर सिटी-कांग्रेस