Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में पहले चरण में होने वाले 12 लोकसभा सीटों पर नामांकन प्रक्रिया 27 मार्च को पूरी हो गई और अब मतदान को लेकर चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. 19 अप्रैल को होने वाले पहले चरण में राजस्थान में कुल 12 लोकसभा सीटों के लिए घोषित विभिन्न राजनीतिक दलों ने प्रत्याशी अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में चुनाव प्रचार का काम में लग गए है.
आइए जानते हैं कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जिन 12 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है, वहां मतदाताओं का समीकरण क्या है और विधानसभा चुनाव 2023 में इन सीटों पर किस पार्टी का कितना असर रहा. पहले चरण के कुल 12 लोकसभा सीटों पर एक विश्लेषण से जानते हैं कि पिछले विधानसभा चुनाव में किसका कहां-कहां दबदबा रहा?
1-श्रीगंगानगर संसदीय क्षेत्रः
श्रीगंगानगर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, जबकि 2 सीटों पर भाजपा और 1 पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की थी. भाजपा ने इस बार यहां अपने सिटिंग सांसद निहालचंद मेघवाल का टिकट काट कर प्रियंका बालन को उम्मीदवार बनाया है.
प्रियंका बालन को 10 साल पहले भाजपा ने अनूपगढ़ सीट से उम्मीदवार बनाया था लेकिन तब उनकी उम्र 25 साल नहीं थी तो उन्होंने टिकट लौटा दिया था, वे तब ही सुर्खियों में आई थीं. कांग्रेस ने यहां से कुलदीप इंदौरा को अपना उम्मीदवार बनाया है. वे श्रीगंगानगर जिला प्रमुख भी हैं, राजनीतिक परिवार से आते हैं.पिता हीरालाल इंदौरा कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
2. बीकानेर संसदीय क्षेत्र:
बीकानेर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 2 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि 6 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने चौथी बार केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है.
3.चुरू संसदीय क्षेत्र:
चुरू लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, जबकि 2 पर भाजपा और 1 पर बसपा ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां से सिटिंग सांसद राहुल कसवां का टिकट काट कर पैरा ओलंपियन देवेंद्र झाझड़िया को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा से टिकट कटने के बाद राहुल ने भी पाला बदला और कांग्रेस से टिकट लेकर चुनाव मैदान में हैं.
4. झुंझुनूं संसदीय क्षेत्र:
झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में 6 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की, जबकि महज 2 सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां से पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. सांसद नरेंद्र खीचड़ को पार्टी ने विधानसभा चुनाव में उतारा था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे.
कांग्रेस ने यहां से शीशराम ओला के बेटे और पायलट कैंप के नेता बृजेंद्र ओला को उम्मीदवार बनाया है.
5. सीकर संसदीय क्षेत्र:
सीकर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव 5 सीटों पर कांग्रेस जीत दर्ज की थी, जबकि 3 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां से अपने सिटिंग सांसद सुमेधानंद सरस्वती को उम्मीदवार बनाया है.कांग्रेस ने यह सीट सीपीआई एम के लिए छोड़ी है. पूर्व विधायक अमरा राम गठबंधन के उम्मीदवार हैं.
6. जयपुर ग्रामीण संसदीय क्षेत्र:
जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में 3 सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, जबकि, 5 सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. पिछली बार यहां से राज्यवर्धन राठौड़ चुनाव जीते थे. वहीं, कांग्रेस ने यहां युवा चेहरे अनिल चोपड़ा को उम्मीदवार बनाया है, वे राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे हैं.
7. जयपुर शहर संसदीय क्षेत्रः
जयपुर शहर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में 2 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, जबकि 6 सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां से दिग्गज नेता भंवरलाल शर्मा की बेटी मंजू शर्मा को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को उम्मीदवार बनाया है.
पहले कांग्रेस ने यहां सुनील शर्मा को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन जयपुर डायलॉग के पूर्व डायरेक्टर सुनील शर्मा को लेकर विवाद बढ़ा तो कांग्रेस ने उम्मीदवार बदल दिया और खाचरियावास को उम्मीदवार घोषित कर दिया. खाचरियावास भी अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा की तरह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने वालों की लीग में शामिल थे.
8. अलवर संसदीय क्षेत्रः
अलवर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, जबकि 3 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को टिकट दिया है. पिछली बार यहां से बाबा बालकनाथ चुनाव जीते थे. कांग्रेस ने मुंडावर विधायक ललित यादव को उम्मीदवार बनाया है.
9. भरतपुर संसदीय क्षेत्रः
भरतपुर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई है, जबकि भाजपा ने यहां 6 सीटों पर जीत दर्ज की है. 1 निर्दलीय और 1 सीट राष्ट्रीय लोक दल ने जीती थी. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां अपने सांसद रंजीता कोली का टिकट काट रामस्वरूप कोली को से उम्मीदवार बनाया है.
दिलचस्प यह है कि भाजपा ने यहां पिछले तीनों चुनाव में हर बार नए उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है. वहीं,कांग्रेस ने संजना जाटव को उम्मीदवार बनाया है. उनकी उम्र महज 25 साल है. वे विधानसभा चुनाव भी लड़ी थीं लेकिन महज 409 वोटों के अंतर से हार गई थीं.
10. करौली - धौलपुर संसदीय क्षेत्रः
करौली-धौलपुर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 5 सीट जीती थी और भाजपा ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि 1 सीट बसपा के खाते में गई थी. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां से इंदू देवी जाटव को उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री भजनलाल जाटव को उम्मीदवार बनाया है.
11. दौसा संसदीय क्षेत्रः
दौसा लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने कन्हैया लाल मीणा को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने सचिन पायलट के करीबी और पूर्व मंत्री मुरारीलाल मीणा को टिकट दिया है.
12. नागौर संसदीय क्षेत्रः
नागौर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है और भाजपा ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि 1-1 सीट आरएलपी और निर्दलीय के खाते में गई थी. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां ज्योति मिर्धा को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने यह सीट आरएलपी के लिए छोड़ी है.
भाजपा उम्मीदवार ज्योति मिर्धा परिवार से हैं, पहले कांग्रेस में थीं. पिछला लोकसभा चुनाव भी कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा में शामिल ज्योति मिर्धा विधानसभा चुनाव हार गई थीं. वहीं, खींवसर से विधायक चुने गए हनुमान बेनीवाल पिछली बार एनडीए गठबंधन का हिस्सा थे, इस बार एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
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