RLP Voters in Barmer Lok Sabha: राजस्थान में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले सियासी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं. गुरुवार दोपहर बाद बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) की पार्टी आरएलपी (RLP) के कुछ नेताओं ने भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी (BJP Candidate Kailash Chaudhary) को समर्थन देने की घोषणा की थी. इस घोषणा ने बाड़मेर की राजनीति को अचानक से बदल दिया था. क्योंकि राजस्थान में इस बार कांग्रेस (Congress RLP Left Allience) आरएलपी और लेफ्ट के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरी है. इसी गठबंधन धर्म का पालन करते हुए कांग्रेस ने नागौर (Nagaur) लोकसभा सीट से हनुमान बेनीवाल के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारा था. लेकिन अब जब कांग्रेस को बाड़मेर सहित अन्य लोकसभा सीटों पर RLP के वोटबैंक की जरूरत पड़ी तो बाड़मेर के स्थानीय आरएलपी नेता गजेंद्र चौधरी ने कैलाश चौधरी को समर्थन देने की घोषणा कर सबकी नींद उड़ा दी.
भाजपा को समर्थन देने की घोषणा के बाद फिर हुई RLP की मीटिंग
गुरुवार दोपहर बाद कैलाश चौधरी के साथ हुई मीटिंग के बाद प्रेस कॉफ्रेंस में बाड़मेर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पूर्व संयोजक गजेंद्र चौधरी ने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया था. गजेंद्र चौधरी के इस ऐलान के कुछ देर बाद ही आरएलपी नेताओं की शाम को एक और बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में पचपदरा विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के उम्मीदवार रहे थान सिंह डोली, जालाराम पलीवाल, भोमाराम चौधरी सहित कई पूर्व पार्टी के पदाधिकारी कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि शामिल थे.
दूसरी मीटिंग में RLP नेताओं ने कांग्रेस के साथ का किया ऐलान
बाड़मेर शहर के वीरेंद्र धाम में आयोजित आरएलपी की इस दूसरी बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस के जरिए आरएलपी नेताओं ने दिन में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पूर्व जिला संयोजक गजेंद्र सिंह चौधरी द्वारा भाजपा को समर्थन देने की बात का खंडन करते हुए कहा कि भाजपा को समर्थन देने की घोषणा का फैसला उनका निजी फैसला है. हम राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की बाड़मेर जिले की संपूर्ण इकाई इंडिया गठबंधन के साथ है. और गठबंधन के धर्म को निभाते हुए कांग्रेस प्रत्याशी उमेदाराम बेनीवाल के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं. किसी एक कार्यकर्ता या एक पदाधिकारी द्वारा किसी को समर्थन देने की घोषणा करना ठीक नहीं है.
हनुमान बेनीवाल का निर्देश- कांग्रेस के साथ खड़े रहे कार्यकर्ता
साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हनुमान बेनीवाल एवं पार्टी हाई कमान द्वारा फैसले को लेकर कहा गया कि जब कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का गठबंधन हुआ था तभी हनुमान बेनीवाल ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के समस्त पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के साथ मजबूती से खड़े रहने के निर्देश दिए थे जिसके बाद पार्टी एवं पार्टी के समस्त कार्यकर्ता गठबंधन के साथ है. पूर्व जिला संयोजक गजेंद्र सिंह चौधरी द्वारा हनुमान बेनीवाल पर 2019 में बायतू में हुए हमले को लेकर कहा कि राजनीति में वाद-विवाद और आरोप प्रत्यारोप चलते रहते हैं.
उम्मेदाराराम को चुनाव जीताना हैः आरएलपी नेता
आरएलपी नेताओं ने कहा कि किसी समय हनुमान बेनीवाल और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच तकरार चलते आए थे लेकिन आज दोनों नेताओं ने सभी बातों को बुलाकर गठबंधन कर भारतीय जनता पार्टी के सामने मजबूती चुनाव लड़ रहे हैं तो स्थानीय राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी पुरानी विवादों को भूल कर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पूर्व कर्मठ कार्यकर्ता और वर्तमान में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार उम्मेदाराम बेनीवाल के साथ मजबूती से खड़े रहकर चुनाव जीताना है.
एक व्यक्ति के निजी स्वार्थ से गठबंधन नहीं टूटेगा
साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता गठबंधन के उम्मीदवार उम्मेदा राम बेनीवाल के लिए की जान से मेहनत कर रहा है यह मेहनत किसी एक व्यक्ति के निजी स्वार्थ बेकार नहीं की जा सकती, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेताओं का दावा है कि उनके साथ बाड़मेर जिले की संपूर्ण कार्यकारिणी कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि है जो मजबूती से गठबंधन का धर्म निभा रहे हैं.
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