मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष एमडी चौबदार को हाईकोर्ट से मिली बड़ी राहत, अदालत ने सरकार के फैसले पर लगाई रोक

राजस्थान मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष एमडी चौबदार को हाईकोर्ट से बड़ी जीत मिली है. गहलोत सरकार के कार्यकाल के अंतिम समय में चौबदार मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष बने थे. लेकिन कुछ महीने बाद ही प्रदेश में नई सरकार पर बनने पर उनकी नियुक्ति को अवैध करार देते हुए रोक लगा दी गई थी.

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मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष एमडी चौबदार.

राजस्थान की पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम समय में कई बोर्ड और निगम बनाए गए थे. जिनमें बोर्ड अध्यक्ष के साथ-साथ सदस्यों की नियुक्ति भी की गई थी. लेकिन जैसे ही प्रदेश में चुनाव के बाद नई सरकार का गठन हुआ और भाजपा सत्ता पर काबिज हुई तो उसके बाद भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार के कई आदेशों पर रोक लगा दी. जिसमें मदरसा बोर्ड अध्यक्ष की नियुक्ति पर भी सरकार ने रोक लगा दी थी.

लेकिन भाजपा सरकार के इस फैसले के खिलाफ राजस्थान मदरसा बोर्ड अध्यक्ष एमडी चौबदार ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. जहां से उन्हें बड़ी जीत मिली है. हाईकोर्ट ने सरकार पर फैसले पर रोक लगा दी है. अदालत के इस फैसले के बाद एमडी चौबदार के राजस्थान मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष पद बने रहने का रास्ता साफ हो गया है. 

मालूम हो कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय एमडी चौबदार को को मदरसा बोर्ड अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति दी थी. नियुक्ति के 13 माह बाद ही प्रदेश में नई सरकार का गठन हुआ और सरकार ने बोर्ड अध्यक्ष की नियुक्ति को रद्द करने के आदेश जारी कर दिए इसके बाद बोर्ड अध्यक्ष ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया.

आज राजस्थान हाई कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई सुनवाई पर हाई कोर्ट ने बोर्ड अध्यक्ष को राहत देते हुए उनके पक्ष में फैसला सुनाया. हाई कोर्ट ने सरकार के फैसले को गलत मानते हुए बोर्ड अध्यक्ष को अपने पद पर बने रहने के आदेश जारी कर दिए.

अब मदरसा बोर्ड अध्यक्ष एमडी चौबदार एक बार फिर से अपने पद पर बने रहेंगे एमडी चौबदार मूल रूप से झुंझुनू के रहने वाले हैं और पूर्ववर्ती सरकार के समय इन्हें बोर्ड अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति दी गई थी.

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