जैसलमेर: सुदूर राजस्थान के भारत-पाक सीमा से सटे जैसलमेर (स्वर्णनगरी) जिले में त्रिशक्ति मल्टी डायमेंशनल एडवेंचर एक्सपीडिशन का आयोजन किया जा रहा है. इस एडवेंचर एक्सपीडिशन के तहत सयुंक्त कौशल की भावना के साथ थार के रेगिस्तान में अभियान के दूसरे दिन की रोमांचक शुरुआत हुई.
आज दूसरे दिन माइक्रोलाइट फ्लाइंग लेग के साथ एक्सपीडिशन शुरू हुआ. इस एक्सपीडिशन में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के जाबाजों ने इस माइक्रोलाइट (विमान) की फ्लाइंग की. यह उड़ान जैसलमेर वायु सेना बेस भरी गई. इस एक्सपीडिशन के माध्यम से तीनों सेनाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले जाबाज सैनिकों को आसमान से मनमोहक दृश्यों का अनुभव करने का मौका मिला.
इसका उपयोग उड़ान सुरक्षा और एयर विंग कैडेटों के प्रशिक्षण के लिए किया जाता है. यह माइक्रोलाइट विमान आर्मी और नेवी के जाबाजों के लिए एक नया रक्षा उपकरण साबित होगा.
माइक्रोलाइट दो सीटों वाला और एकल इंजन वाला हल्का विमान है. वायुसेना SW-80 का उपयोग फाइटर जेट सहित तमाम विमानों के उड़ान भरने से पहले अपने हवाई क्षेत्रों में पक्षियों की टोह लेने या रेकी करने के लिए किया जाता है. वही इससे हवाई क्षेत्रों की स्थिति का भी जायजा लिया जाता है.भारतीय वायु सेना से पायलट ग्रुप कैप्टन अभिमन्यु, भारतीय नौसेना से कमांडर दीपक वर्गीस, और भारतीय सेना से कैप्टन अभिनव कुटलेहरिया ने इस माइक्रोलाइट फ्लाइंग लेग में प्रतिनिधित्व किया.
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